डेंगू का बढ़ रहा प्रकोप, रहें सावधान : सीएमओ
संवाद सहयोगी बरनाला डेंगू का खतरा जुलाई से नवंबर तक सबसे ज्यादा फैलता है।
संवाद सहयोगी, बरनाला : डेंगू का खतरा जुलाई से नवंबर तक सबसे ज्यादा फैलता है। ऐसे में आपको इस समय सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। डेंगू का मच्छर आम मच्छरों से काफी अलग होता है। जिस मच्छर के काटने से डेंगू होता है। यह देखने में भी सामान्य मच्छर से अलग होता है, इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती हैं। यह जानकारी सिविल सर्जन ने डा. सुखजीवन कक्कड़ ने दी। उन्होंने कहा कि डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के समय काटते हैं। वहीं अगर रात में रोशनी ज्यादा है तो भी यह मच्छर काट सकते हैं। इनके काटने के 3 से 5 दिन के बाद डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ये छप पर रखे टायर, कूलर सहित उन जगहों पर पनपते हैं जहां पर साफ पानी जमा होता है। इसके अलावा मच्छरदानी, मच्छरों के बचाव वाले लोशन और क्वायल के इस्तेमाल के अलावा शरीर को पूरा ढकने वाले कपड़े पहनने। कूलर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है तो उसके पानी को समय-समय पर बदलते रहें। डेंगू का मच्छर काटने पर तेज बुखार आने के साथ बदन में असहनीय दर्द होता है। बेहतर है कि अगर किसी में डेंगू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो लापरवाही किए बगैर सिविल अस्पताल में जांच करवाई जाए।
बरनाला में अब तक पांच लोग डेंगू के पाजिटिव पाए गए हैं। 90 के करीब लोगों जांच की जा चुकी है, कइयों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।