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बरनाला में किसानों का धरना 210वें दिन भी जारी

केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न किसान संगठनों का धरना बुधवार को भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Apr 2021 03:21 PM (IST)Updated: Wed, 28 Apr 2021 03:21 PM (IST)
बरनाला में किसानों का धरना 210वें दिन भी जारी
बरनाला में किसानों का धरना 210वें दिन भी जारी

जागरण संवाददाता, बरनाला

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केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए तीन कृषि कानूनों को रद करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न किसान संगठनों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। रेलवे स्टेशन बरनाला के बाहर पार्किंग स्थल के समक्ष बुधवार को रोष धरना देकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। किसानों का रोष प्रदर्शन 210वें दिन में प्रवेश कर गया है।

इसी प्रकार टोल प्लाजा महलकलां व टोल प्लाजा बडबर व भाजपा के जिला प्रधान यादविदर शैंटी के निवास के बाहर भी बुधवार को रोष धरना जारी रहा। किसान संगठनों द्वारा संघेड़ा भदलवड्ड रोड पर स्थित पेट्रोल पंप के समक्ष भी रोष धरना लगाया गया। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की ब्लाक महलकलां ईकाई द्वारा संगठन के ब्लाक प्रधान जज सिंह गहल की अगुआई में लुधियाना-बरनाला मुख्य मार्ग पर गांव भदलवड़ व संघेड़ा के मध्य स्थित पैट्रोल पंप पर पक्का मोर्चा लगाया गया हुआ है।

रोष धरनों को संबोधित करते जसवीर कौर, गुरपाल कौर, सुरजीत सिंह, हरचरण चन्ना, जंगीर सिंह, आदि ने कहा कि जब तक खेती कानून रद नहीं होंगे किसानों का धरना जारी रहेगा। किसान नेताओं ने कहा कि मौजूदा किसान आंदोलन पंजाब की किसान संगठनों द्वारा लगातार पिछले दो दशकों दौरान की मेहनत का परिणाम है। संयुक्त किसान मोर्चे की अगुआई कर रहे नेताओं के पास लंबा अनुभव है। नेताओं की सूझबूझ व तर्जुबे के कारण ही यह आंदोलन जन आंदोलन बनकर सामने आया है।

किसान नेताओं ने कहा कि संसद मार्च रद्द नहीं किया गया। मौजूदा हालातों के मद्देनजर केवल मुलतवी किया गया है। सरकार मौजूदा हालातों का लाभ लेकर किसानों के मोर्चे में घुसपैठ करवा सकती है, हिसक घटनाएं करवा सकती है व आंदोलन को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए दिल्ली मोर्चों को मजबूत करने की जरूरत है।


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