दमनीत ¨सह मान का बरनाला पहुंचने पर किया मान
संवाद सहयोगी, बरनाला : जापान में हुई एशिया खेलों में हैमर थ्रो में दूसरा स्थान हासिल कर तमगा जीतन
संवाद सहयोगी, बरनाला : जापान में हुई एशिया खेलों में हैमर थ्रो में दूसरा स्थान हासिल कर तमगा जीतने वाले बरनाला के रामगढि़या रोड निवासी दमनीत ¨सह मान का बरनाला पहुंचने पर शहर निवासियों, राजनीतिक पार्टियों, धार्मिक, सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। दमनीत ¨सह मान को रंग बिरंगे फूलों से सजी कार ढोल नगारों के साथ लाया गया। उनके घर में बधाई देने वाले लोगों का तांता लग गया व विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक संगठनों के नेताओं की भीड़ उमड़ गई। दमनीत ¨सह को कांग्रेसी नेताओं द्वारा रैली निकाल शहर में से लाया गया व जिला प्रशासन से उसको सम्मानित करने के लिए कहा गया। वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक गुरमीत ¨सह मीत हेयर के पीए व विधायक के पिता द्वारा दमनीत ¨सह मान का मान बढ़ाया गया।
इस अवसर पर राजनीतिक सलाहकार गुरजीत ¨सह बराड़, गुर¨जद ¨सह संधू पप्पी, दमनीत ¨सह के कोच सुखराज ¨सह, रंगीला, सांझ केंद्र के इंचार्ज राजपाल ¨सह, विधायक के पिता चमकौर ¨सह, रोहित कुमार राजनीतिक सलाहकार, जस्सी, एडवोकेट पर¨मदर ¨सह आदि उपस्थित थे। इससे पहले भी हासिल कर चुका है तमगा
दमनीत ¨सह मान ने 2012 से खेल शुरू की थी, जिसके बाद सबसे पहले स्टेट खेलों में पहला स्थान, उसके बाद 2014, 2015, 2016 व 2017 में हुई नेशनल खेलों में पहला स्थान, वर्ल्ड यूथ 2017 के केन्या में दूसरा स्थान, यूथ एशिया बैंकोंग में हुई खेलों में दूसरा स्थान हासिल किया गया। तीन नेशनल रिकॉर्ड जिसमें अंडर 17 में 70 मीटर, अंडर 18 मीटर में 78 मीटर, अंडर-19 में 70 मीटर का रिकॉर्ड बनाया गया है। दमनीत ने दसवीं बीजीएस स्कूल से प्राप्त की है, जिसमें उसके द्वारा 85 प्रतिशत नंबर हासिल किए हैं। बाहरवीं कक्षा में उसने सरकारी नियर सेकेंडरी स्कूल संधू पत्ती बरनाला में 90 प्रतिशत अंकों से पहला स्थान प्राप्त किया है। उसने कहा कि वह आगे बीए की शिक्षा प्राप्त करना चाहता है। उसकी ¨जदगी का लक्ष्य ओलंपिक खेलों में पहला स्थान हासिल कर अपने माता-पिता का नाम रोशन करना है। जिसके लिए वह प्रतिदिन 6 घंटे खेल में प्रैक्टिस कर रहा है। सुबह 6 बजे से 9 बजे तक शाम 5 बजे से 8 बजे तक हैमर थ्रो की मेहनत कर रहा है। उसने कहा कि यूथ को चाहिए कि वह नशों से दूर होकर खेलकूद में भाग लें। इससे आपका शरीर तंदुरुस्त ही नहीं बल्कि आप बीमारियों से भी मुक्त होंगे।
माता-पिता हैं सरकारी कर्मचारी
दमनीत ¨सह के पिता बलदेव ¨सह जो बिजली बोर्ड में कर्मचारी हैं। उनकी माता गुरसेव कौर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल संधू पत्ती में शिक्षिका हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने बच्चे को कभी भी खेलकूद में नहीं रोका, ताकि जिस में उसका मन है, उस तरफ ध्यान लगा सके। उनके द्वारा दमनीत को स्कूल में उनके द्वारा खाने में डाइट दी जाती थी। घर में कभी भी फास्ट फूड का इस्तेमाल नहीं किया।