रामनगरी में डूबा शहर, जगह-जगह लगे श्री राम के ध्वज
विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल बरनाला के सहयोग से हिदू संगठनों द्वारा श्री राधा कृष्ण बाबा बंसी वाले मंदिर में श्री राम जन्मभूमि पूजन के उपलक्ष्य में श्री रामचरितमानस रामायण अखंड पाठ का शुभारंभ किया गया।
संवाद सहयोगी, बरनाला : विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल बरनाला के सहयोग से हिदू संगठनों द्वारा श्री राधा कृष्ण बाबा बंसी वाले मंदिर में श्री राम जन्मभूमि पूजन के उपलक्ष्य में श्री रामचरितमानस रामायण अखंड पाठ का शुभारंभ किया गया। आज हवन यज्ञ में पूर्णाहुति सुबह 10 बजे डाल सम्पन्न किया जाएगा। विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत सह प्रमुख विजय मालवाड़ी, जिला प्रधान यशपाल शर्मा व बजरंग दल बरनाला के जिला प्रधान नीलमणि समाधिया ने बताया कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर शिलान्यास के उपलक्ष्य में श्री राधाकृष्ण मंदिर बंसी बाले प्राचीन गोशाला में अखण्ड रामायण का पाठ आरंभ किए गए है व आज सुबह 10 बजे 5 अगस्त को भोग डाल सम्पन्न किया जाएगा। इसके साथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर शिलान्यास की खुशी में शहर में मिठाइयां बांटी जाएगी। इसके साथ रात को घरों में दीपमाला की जाएगी। इस अवसर पर ढोल की थाप व पटाखे चलाकर भगवान राम का स्वागत किया जाएगा। सदर बाजार में लगाए गए जय श्री राम के ध्वज
श्री राम जन्मभूमि पूजन के उपलक्ष्य में श्री राम नवमी उत्सव कमेटी बरनाला के पूर्व प्रधान विजय बंसल हैप्पी व पूर्व महासचिव जीवन बंसल सदर बाजार बरनाला में जय श्री राम के ध्वज लगाए गए। शहर की हिदू सस्थाओं में खुशी की लहर है व सदर बाजार में माहौल देखते ही बनता है। श्री राम जन्मभूमि पूजन के उपलक्ष्य में शहर में सजावट से राम नगरी में तबदील हो गया है। इस अवसर पर कमेटी के प्रधान इंजीनियर कमल जिदल, जरनल सेकेटरी जेई अशोक जिदल, डॉक्टर राकेश मेहरा, गोपाल शर्मा गाली, तरलोकी नाथ, बीरबल ठेकेदार, विपन धरनी उपस्थित थे। श्री राम मंदिर से सत्ययुग का शिलान्यास होगा
श्री राम नवमी उत्सव कमेटी बरनाला के प्रधान इंजीनियर कमल जिदल, जरनल सेकेटरी जेई अशोक जिदल, तरलोकी नाथ ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पूजन के उपलक्ष्य में शहर को राम नगरी बनाया जाएगा। अब श्री राम जन्मभूमि मंदिर शिलान्यास के शुभारंभ से सत्ययुग का शिलान्यास होगा। इस संसार से बुराईयों का अंत होगा। आज कोरोना महामारी से लेकर विभिन्न भयानक बीमारियों ने लोगों को जकड़ लिया, जो युग परिवर्तन का इशारा है। आज सैकड़ों वर्ष बाद सत्ययुग का इशारा शिलान्यास का शुभारंभ है।