चाइनीज डोर ने काटी धारा 188
लोहड़ी व बसंत पंचमी को लेकर पतंगबाजी के लिए चाइनीज डोर को शहर की विभिन्न दुकानों व पतंग व्रिकेताओं द्वारा सरेआम धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। पवित्र पर्व पर दुकानदारों ने नियमों की परवाह किए बिना खुलेआम चाइनीज डोर सेल कर काला पैसा कमाकर पुलिस को ठेंगा दिखाया। शहर में चाइनीज डोर हवा में मौत का कहर बरसा उड़ती रही। वहीं इस डोर ने परंपरागत चली आ रही धागा से बनने वाली डोर को काट उसकी ब्रिकी बंद कर दी है व इस डोर की मांग प्रतिदिन बढ़ रही है।
सोनू उप्पल, बरनाला : लोहड़ी व बसंत पंचमी को लेकर पतंगबाजी के लिए चाइनीज डोर को शहर की विभिन्न दुकानों व पतंग व्रिकेताओं द्वारा सरेआम धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। पवित्र पर्व पर दुकानदारों ने नियमों की परवाह किए बिना खुलेआम चाइनीज डोर सेल कर काला पैसा कमाकर पुलिस को ठेंगा दिखाया। शहर में चाइनीज डोर हवा में मौत का कहर बरसा उड़ती रही। वहीं इस डोर ने परंपरागत चली आ रही धागा से बनने वाली डोर को काट उसकी ब्रिकी बंद कर दी है व इस डोर की मांग प्रतिदिन बढ़ रही है। लोहड़ी के त्योहार पर पतंगबाजी के साथ फिजा में सरेआम चाइनीज डोर मौत बनकर उड़ी और डीसी बरनाला के नियमों की धज्जियां उड़ाते अपने तेज वार से धारा 188 भी काट दी। प्रशासन के आदेशों पर डै्रगन डोर की तेज धार जमकर आसमान में चली। पतंगबाजी के शौकीनों को बिना कष्ट किए चाइनीज डोर दुकानों में मिल रही थी। दुकानदार थोड़े से लालच के चक्कर में लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर सरेआम चाइनीज डोर की बिक्री कर रहे हैं। ड्रैगन डोर की गुंजलों में प्रशासन के आदेश फंस गए। जिला प्रशासन की सख्ती का आसमान में असर नहीं दिखा। जमीनी स्तर पर फरमान को लागू न करवाने में कुछेक अधिकारी भी जिम्मेदार हैं।
हैलो अंकल, मुझे भी चाहिए डोर..
शहर में चाइनीज डोर का व्यापार कुछ अलग ही अंदाज में चलता दिखाई दिया। यह डोर दुकानों में नहीं, बल्कि फोन से आर्डर बुक कर डिलीवर की गई। चाइनीज डोर को बेचने के लिए नेटवर्क का इस्तेमाल करके दुकानों से बुक करके घरों में सप्लाई की गई। डोर का काला कारोबार बसों, ट्रांसपोर्ट, रेलगाड़ी से लेकर अन्य वाहनों की मदद से रात के अंधेरे में फोन पर ऑर्डर बुक करके लुधियाना, ब¨ठडा, दिल्ली, मानसा, जालंधर सहित अन्य बड़े शहरों में गुप्त तरीके से पहुंच रही है।
डीजे पर नाचे पंजाबी, बोले-आई बो
लोहड़ी के त्योहार में सुबह खिली तेज धूप ने चार चांद लगा दिए। दो दिन पहले से लोहड़ी के त्योहार को मनाने की शुरू की तैयारियों के बाद रविवार को लोहड़ी के दिन घरों की छतों पर डीजे पर पंजाबी गीतों की धुनें सुनाई दी। पंजाबियों ने पतंगबाजी कर दूसरे की पतंग काटकर आई बो का नारा लगाया। वहीं युवाओं, बच्चों व अन्य लोगों ने पतंगबाजी करके लोहड़ी का त्योहार का आनंद लिया।