किसानों की मांगों के प्रति टालमटोल की नीति निदनीय
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने आंदोलन दौरान जान गंवाने वाले किसानों के वारिसों को मुआवजा दिलाने किसानों पर दर्ज मामले रद करने व प्रधानमंत्री को लिखित पत्र की सभी मांगों को मनवाने के लिए रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया धरना सोमवार को 432वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने, आंदोलन दौरान जान गंवाने वाले किसानों के वारिसों को मुआवजा दिलाने, किसानों पर दर्ज मामले रद करने व प्रधानमंत्री को लिखित पत्र की सभी मांगों को मनवाने के लिए रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया धरना सोमवार को 432वें दिन भी जारी रहा। वक्ताओं ने संयुक्त किसान मोर्चे की अन्य मांगों के प्रति केंद्र सरकार की टालमटोल की नीति की निदा की। नेताओं ने कहा कि किसान मोर्चा कई नई मांगें नहीं उठा रहा। इनमें से ज्यादातर मांगें पहले दिन से ही मांग पत्र का हिस्सा थीं व अन्य किसान आंदोलन के कारण बनी हैं। किसान इन मांगों को मनवाए बिना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। सरकार मांगों संबंधी टालमटोल कर रही है, जिसके लिए किसान लंबे संघर्ष को तैयार हैं। भारतीय संविधान रचिता डा. भीमराव आंबेडकर के महानिर्वाण दिवस को लेकर दो मिनट का मौन धारण कर किसानों ने बाबा साहेब को श्रद्धांजलि भेंट की। बलवंत सिंह, करनैल सिंह, बलवंत सिंह, साहिब सिंह, चरणजीत कौर, कमलजीत कौर, नछतर सिंह, बाबू सिंह, राजिदर कौर, बारा सिंह, गुरदेव सिंह, बावा सिंह, गुरचरण सिंह ने कहा कि आंदोलन के चलते किसान जागरूक हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ में किसानों ने एमएसपी से कम दाम पर धान बेचने से इंकार कर दिया। संधू पत्ती बरनाला की संगत ने लंगर की सेवा निभाई। गुरप्रीत संघेड़ा ने धार्मिक गीत व बहादुर सिंह काला धनौला, नरिदरपाल सिगला ने गीत व कविता सुनाई।