चिट्टे की सप्लाई करने वाले गैंग के तीन सदस्य चार दिन के पुलिस रिमांड पर
सीआइ स्टाफ द्वारा गैंग के तीनों सदस्यों को जज कुलविदर कौर की अदालत में पेश करके चार दिन का रिमांड हासिल किया है।
संवाद सहयोगी : बरनाला : सीआइए स्टाफ के इंचार्ज बलजीत सिंह ने पुलिस पार्टी की मदद से कार (पीबी-13एडब्ल्य़ू-2820) में नशा सप्लाई करने वाले नशा तस्कर गैंग के तीन सदस्य गुरप्रीत सिंह पुत्र सरूप सिंह निवासी तरखान माजरा जिला पटियाला को 500 ग्राम हेरोइन, हैप्पी सिंह पुत्र गुरदेव सिंह निवासी समुंदगढ़ छन्ना जिला संगरूर को 320 ग्राम हेरोइन व तीसरे आरोपित सुखदेव सिंह पुत्र बलवीर सिंह निवासी नजदीक रेलवे स्टेशन संगरूर को 280 ग्राम हेरोइन सहित काबू किया था। सीआइ स्टाफ द्वारा गैंग के तीनों सदस्यों को जज कुलविदर कौर की अदालत में पेश करके चार दिन का रिमांड हासिल किया है।
सीआइए स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर बलजीत सिंह ने कहा कि गैंग के तीन सदस्यों से पूछताछ की जा रही है, जिसमें अन्य सदस्यों का पता लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस पूछताछ में अहम खुलासा किया जाएगा व बरनाला में गैंग के सदस्यों को जल्द काबू करके चैन तोड़ी जाएगी। उन्होने बरनाला में चिट्टा खरीदने वालों की रेड करके तलाश शुरू कर दी है। जिले में धनौला, बरनाला व भदौड़ सहित अन्य जगह सप्लाई करने वाले नशा तस्करों का पता लगाया जा रहा है।
गैंग में शामिल दो अनपढ़, एक बीए पास
गौर हो कि उक्त गैंग में गुरप्रीत सिंह पुत्र सरूप सिंह निवासी तरखान माजरा जिला पटियाला बीए पास है, हैप्पी सिंह पुत्र गुरदेव सिंह निवासी समुंदगढ़ छन्ना जिला संगरूर व सुखदेव सिंह पुत्र बलवीर सिंह निवासी नजदीक रेलवे स्टेशन संगरूर अनपढ़ है व बचपन में दूसरी कक्षा में फेल है, जिसके बाद आगे नहीं पढ़े है। इससे पहले भी करीब 4 से 5 केस दर्ज है। जिसमें किस जगह कितने नशे के मामले में केस दर्ज है पूछताछ में खुलासा किया जाएगा। उन्होने कहा कि हैप्पी व सुखदेव इस काम में पुराने है।
गैंग के अन्य साथियों को भी जल्द पकड़ेंगे
एसएसपी हरजीत सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन बरनाला की नशा को लेकर बड़ी प्राप्ति है व इससे पहले इतने बढ़े तस्कर नहीं पकड़ में आए है। उन्होने कहा कि उक्त गैंग के अन्य साथियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है व किसी को बख्शा नहीं जाएगा। एसपीडी सुखदेव सिंह विर्क ने कहा कि अगर ये चिट्टा सप्लाई हो जाता है, तो ना जाने कितने युवाओं को मौत का शिकार होना पड़ता व सैकड़ों युवक नशे की आदि बनने थे। उन्होने कहा कि नशा तस्कर गिरोह पर पैनी नजर है व किसी को भी युवाओं की जिदगी से खेलने नहीं दिया जाएगा।