अमृतसर के डीसी दफ्तर में महिला किसानों ने संभाला पक्का मोर्चा
अपनी मांगों को लेकर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की महिला किसानों ने मंगलवार को डीसी दफ्तर के बाहर पक्का मोर्चा लगा दिया। क
जागरण संवाददाता, अमृतसर: अपनी मांगों को लेकर किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की महिला किसानों ने मंगलवार को डीसी दफ्तर के बाहर पक्का मोर्चा लगा दिया। कमेटी ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिवस पर पंजाब और केंद्र के खिलाफ उनकी नीतियों के लिए यह मोर्चा खोला गया है। डीसी दफ्तर में महिला किसान पक्का मोर्चा संभालेंगी।
किसान संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि पंजाब के 12 जिलों में डीसी दफ्तरों के बाहर पक्का मोर्चा शुरु किया गया है। सरकार की चिट्ठी के मुताबिक बुधवार को दो बजे उप मुख्यमंत्री की ओर से जत्थेबंदी के साथ मीटिग की जाएगी। जिला प्रधान लखविदर सिंह वरियाम, जर्मनजीत सिंह बंडाला, रुपिदर कौर अबदाल न कहा कि यह मोर्चा एपीएमसी एक्ट में किए गए संशोधन को वापस करवाने, किसान मजदूरों का कर्जा खत्म करने, गन्नेका बकाया तुरंत जारी करने, धान की खरीद पर लगाई गई शर्ते खत्म करन, मजदूरों के बिल बकाया खत्म करने, बिजली समझौते रद करके घरेलू खपतकारों को सस्ती बिजली देने, तार के पार जमीनों का पिछले चार साल का मुआवजा तुरंत जारी करने, पराली को जमीन में नीचे दबाने के लिए ठोस हल करने या प्रति एकड़ सातहजार मुआवजा देने आदि मुख्य मांगों को लेकर लगाया गया है।
महिलाओं ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करके मांग की कि मालवे के किसानों को कपास नरमे पर सूंडी के हुए हमले से तबाह हुई फसल का 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाए व धान की फसल का भी मुआवजा दिया जाए। ऐतिहासिक जलियांवाला बाग के पुरातन सरूप को बहाल करने की भी मांग की गई। इस अवसर पर सकत्तर सिंह कोटला, बाज सिंह सारंगड़ा, गुरलाल सिंह मान, डा. कंवल दलीप सिंह, गुरमीत कौर बग्गा, हरभजन कौर तरसिक्का, अमनदीप कौर छेहरटा, रणजीत कौर भीलोवाल, सर्बजीत कौर भंगाली, रुपिदर कौर रसूलपुर, राजविदर कौर आदि ने भी संबोधित किया।