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    सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान गई महिला बनी मुस्लिम, नूर नाम रखकर किया निकाह 

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 11:29 PM (IST)

    अमृतसर से आई खबर के अनुसार, पाकिस्तान में श्री गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाशोत्सव में शामिल होने गई एक सिख महिला ने धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम युवक से निकाह कर लिया। महिला 1,932 श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ गई थी और एसजीपीसी सदस्य की सिफारिश पर शामिल हुई थी। सुरक्षा एजेंसियां मामले की जांच कर रही हैं।

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    सिख जत्थे के साथ पाकिस्तान गई महिला बनी मुस्लिम। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, अमृतसर। पाकिस्तान में श्री गुरु नानक देव जी का 555वां प्रकाशोत्सव मनाने के लिए चार नवंबर को 1,932 सिख श्रद्धालुओं के साथ गई कपूरथला जिले के गांव अमानीपुर की 52 वर्षीय महिला सरबजीत कौर जत्थे से अलग हो गई। फिर वह अपना धर्म बदलकर मुस्लिम बन गई और नाम नूर रख लिया। इसके पश्चात मुस्लिम युवक नासिर हुसैन से पांच नवंबर को निकाह करवा लिया।

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    सरबजीत कौर सुल्तानपुर लोधी की एसजीपीसी सदस्य गुरप्रीत कौर की सिफारिश पर जत्थे में शामिल हुई थी। सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है। सिख श्रद्धालुओं का जत्था दस दिन के लिए पाकिस्तान गया था।

    श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज सहित आठ सदस्य पहले ही भारत लौट आए थे। एक श्रद्धालु की यात्रा के दौरान मौत हो गई थी। वीरवार देर रात क्लीयरेंस के बाद जब श्रद्धालु अटारी में भारतीय सीमा में आए तो सरबजीत कौर जत्थे में नहीं थी। इसके बाद इमीग्रेशन कर्मियों ने पंजाब पुलिस को सूचित किया।

    बीएसएफ व इमीग्रेशन ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से पाक एजेंसियों को भी सूचना दी। शुक्रवार को पंजाब पुलिस सरबजीत कौर के जिला कपूरथला के कस्बा टिब्बा के गांव अमानीपुर पहुंची तो स्वजनों ने कोई जानकारी नहीं दी।

    देर रात सरबजीत का निकाहनामा एजेंसियों के हाथ लगा। इससे स्पष्ट हो गया कि वह इसी मंशा से पाकिस्तान गई थी। उधर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (शिअद) के महासचिव प्रताप सिंह ने बताया कि संगत (श्रद्धालु) की लिस्ट केंद्र सरकार को भेजी जाती है। केंद्र सरकार ही जांच पड़ताल करवाकर वीजा जारी करवाती है।

    उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में होशियारपुर की किरण बाला जत्थे के साथ पाकिस्तान गई थी। उसने वहां अपना धर्म बदलकर निकाह कर लिया था। इसके बाद उसी महिला को जत्थे के साथ पाकिस्तान जाने की अनुमति मिलती थी जिसका कोई रिश्तेदार साथ जा रहा हो। अब यह सवाल खड़ा हो रहा है कि सरबजीत कौर को अकेले जाने की अनुमति कैसे मिली। सरबजीत पर पहले दर्ज थे तीन केससरबजीत कौर के पाकिस्तान में गायब होने से गांववासी स्तब्ध हैं।

    खुफिया विभाग के अनुसार सरबजीत कौर व उसके परिवार पर एनडीपीएस एक्ट के अधीन कई केस दर्ज हैं। सरबजीत का पति करनैल सिंह करीब 30 साल से इंग्लैंड में है। उसके दो बेटे हैं। सरबजीत का पासपोर्ट जिला मुक्तसर के मलोट के छापियांवाली के पते पर बना है। पासपोर्ट में पति के बजाय पिता का नाम दर्ज है।

    यह भी पता चला है कि सरबजीत कौर का तलाक हो चुका है। थाना तलवंडी चौधरियां के एसएचओ निर्मल सिंह ने बताया कि सरबजीत पर थाना सिटी कपूरथला में दो और बठिंडा में एक केस दर्ज था जोकि अब खत्म हो चुके हैं। इसी कारण उसे पुलिस अनुमति प्रमाणपत्र (पीसीसी) जारी हुआ था। हालांकि उसके दो बेटों पर दस केस विभिन्न थानों में दर्ज हैं।