Move to Jagran APP

पुत्र का पिता के प्रति कर्तव्य बताते है वेद: चैतन्य

चिन्मय मिशन आश्रम में तारक चैतन्य द्वारा कृष्ण यजुर्वेद के अंतर्गत आने वाले कठोपनिषद पर प्रवचन कर रहे है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 12:11 AM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 12:11 AM (IST)
पुत्र का पिता के प्रति कर्तव्य बताते है वेद: चैतन्य
पुत्र का पिता के प्रति कर्तव्य बताते है वेद: चैतन्य

जागरण न्यूज नेटवर्क, अमृतसर : चिन्मय मिशन आश्रम अमृतसर में ब्र. तारक चैतन्य द्वारा कृष्ण यजुर्वेद के अंतर्गत आने वाले कठोपनिषद पर प्रवचन कर रहे है। ब्र. तारक चैतन्य ने बताया कि इस उपनिषद् में शिष्य नचिकेता और ब्रह्मविद्या के आचार्य यमराज के साथ संवाद है। एक पुत्र का अपने पिता के प्रति क्या कर्तव्य होना चाहिए ये वेद हमको बतलाता है। अपने पिता को हर तरह का सुख देना ये संतान का कर्तव्य है। दूसरों के प्रति, समाज के प्रति व देश के प्रति हमारा क्या योगदान होना चाहिए यह हमारे वेद बताते हैं। चिन्मय मिशन के संस्थापक गुरुदेव स्वामी चिन्मयानंद कहा करते थे कि समाज से कम से कम लेना चाहिए तथा ज्यादा से ज्यादा देना चाहिए। हमने देश से, समाज से, परिवार से, सृष्टि से बहुत कुछ लिया है तो उसके बदले में हम उनको क्या देते हैं। सबको अपने बारे में ज्ञान तो है लेकिन स्वयं कि अर्थात आत्मा की क्या महिमा है इसका अज्ञान है। आत्मा की अर्थात स्वयं की महिमा है निर्विकार लेकिन इस महिमा का अज्ञान होने के कारण मनुष्य अपने आप को विकारों वाला मानता है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.