उत्तर प्रदेश कल्याण परिषद ने ईएसाआइ अस्पताल की दयनीय हालत पर की चर्चा
डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट व उनकी टीम से मुलाकात करके अस्पताल की दयनीय स्थिति पर विस्तृत चर्चा की।
जागरण न्यूज नेटवर्क, अमृतसर : उत्तर प्रदेश कल्याण परिषद के संरक्षक डॉ. जेपी सिंह के नेतृत्व में परिषद के महासचिव रामभवन गोस्वामी और लघु उद्योग भारती के प्रधान अमित कपूर ने ईएसआइ अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट व उनकी टीम से मुलाकात करके अस्पताल की दयनीय स्थिति पर विस्तृत चर्चा की।
इस दौरान ईएसआइ स्टाफ ने बताया की पहले कार्ड होल्डरों की संख्या लगभग 40 से 50 हजार थी लेकिन अब लगभग एक लाख पच्चीस हजार हो गई है। पहले कुल स्टाफ 200 करीब था जो अब घटकर लगभग 125 रह गया है। वर्क लोड ज्यादा होने की वजह से कोई भी एमएस यहां पर रुकना नहीं चाहता है । लगभग 1400 बकाया मेडिकल बिलों पर उन लोगों ने बताया कि पहले सरकार की तरफ से 10 कंप्यूटर कर्मचारी लगाए गए थे। लेकिन अब सिर्फ चार रह गए हैं जिसमें से तीन हैंडीकैप हैं एक या दो कर्मचारियों पर शहर के 10 डिस्पेंसरी तथा सभी कार्ड होल्डरों के मेडिकल बिलों का भार है, जो उनकी क्षमता से कई गुना अधिक है। 94 दर्जा चार कर्मचारी अस्पताल को दिए गए थे, जिसमें अब मौके पर मात्र 28 कर्मचारी हैं। इसलिए अस्पताल की साफ-सफाई तथा सुरक्षा व्यवस्था सही ढंग से नहीं हो पाती।
2012 के बाद कोई भी आर्थो डॉक्टर ईएसआइ में नहीं लगाया गया जबकि सबसे ज्यादा आर्थो के मरीज ईएसआइ अस्पताल में आते हैं। अस्पताल से जो भी कर्मचारी सेवानिवृत्त हो जाता है, उसकी जगह पर दोबारा कोई कर्मचारी नहीं लगाया जाता। परिषद के संरक्षक डॉ. जेपी सिंह, महासचिव रामभवन गोस्वामी व लघु उद्योग भारती के प्रधान अमित कपूर ने कहा कि जल्द ही लघु उद्योग भारती तथा परिषद का शिष्टमंडल पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर सभी कमियां दूर करने व अस्पताल को मॉडल अस्पताल बनाने की मांग करेगा।