Sanskarshala : इंटरनेट मीडिया एक विशाल नेटवर्क, तथ्यों को समझें, आंखें मूंदकर विश्वास नहीं करें
आधुनिक समय में इंटरनेट मीडिया हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। सोशल मीडिया एक ऐसा संचार का माध्यम है जिससे एक ही समय में अधिक से अधिक जानकारी को एकत्रित करके उसका प्रयोग किया जा सकता है। इस पर बहुत सारी सलाह जानकारी व सूचनाएं होती है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: आधुनिक समय में इंटरनेट मीडिया हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इसके माध्यम से हम अनेक प्रकार की सूचनाएं क्षण भर में प्राप्त कर सकते हैं। यह सत्य है कि सोशल मीडिया एक विशाल नेटवर्क है जो पूरी दुनिया को एक-दूसरे से जोड़ने में सक्षम है। जहां एक ओर इंटरनेट मीडिया के लाभ हैं, वहीं दूसरी ओर इसके कुछ दुष्परिणाम भी हैं। हमारे दैनिक जीवन में सोशल मीडिया एक ऐसा संचार का माध्यम है जिससे एक ही समय में अधिक से अधिक जानकारी को एकत्रित करके उसका प्रयोग किया जा सकता है। इस पर बहुत सारी सलाह, जानकारी व सूचनाएं होती है। जरूरी नहीं कि वह पूर्ण रूप से सत्य हो।
कई बार उसे तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया जाता है और सत्य के स्वरूप को बिल्कुल बदल दिया जाता है जिसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं होता। इसी तरह कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो असल चीजों को छुपाकर गलत प्रचार करते हैं। ये बच्चों व लोगों की अवधारणा को प्रभावित करते हैं। इसका दुष्प्रभाव बाद में भुगतना पड़ता है। ऐसे में बच्चों को इंटरनेट मीडिया के दुष्प्रभावों से सचेत रहना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इंटरनेट पर दी गई हर जानकारी की सत्यता जानना जरूरी है। आंखें मूंदकर किसी पर भी विश्वास न करें, तथ्यों को समझें और उसे अच्छी तरह जानें। इंटरनेट मीडिया पर सलाह व सलाहकारों के चयन का चुनाव करने के लिए हमें शुरू से सजगता बरतनी चाहिए।
कई लोग इस चक्कर में गलत का चुनाव कर लेते हैं तो बाद में इसका पछतावा होता है लेकिन सजगता हमें और हमारी छवि को भी दुरुस्त रखती है। इंटरनेट मीडिया पर किसी व्यक्ति की चकाचौंध देखकर उसके पीछे लगना या उसे फालो करना कई बार हमें संकट में डाल देता है। हमें परिपक्व होना होगा और ऐसे इन्फ्लुएंसर्स के प्रभाव तले आने से बचना होगा। कई बार इस पर जो जानकारी हमें प्राप्त होती है वह पूर्ण रूप से भ्रामक और नकारात्मक होती है। इसी कारण साइबर अपराध लगातार बढ़ता जा रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि इंटरनेट मीडिया पर बच्चे सदैव ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों का ही अनुसरण करें जिन्होंने अपनी सत्यता व प्रमाणिकता से अपना विशेष स्थान बनाया हो, जिस पर पूर्ण रूप से विश्वास करना हमारे लिए सरल हो।
हमें समय-समय पर बच्चों को इंटरनेट मीडिया के प्रति सही जानकारी प्रदान करनी चाहिए जिससे वे कल के भावी जागृत नागरिक बन सकें और स्वयं ही अपनी परेशानियों को हल करने में सक्षम भी बन सकें। मैं अपनी आने वाली युवा पीढ़ी को केवल एक ही संदेश देना चाहूंगी कि हमें आगे बढ़ने के लिए जिस भी मार्ग का चुनाव करना पड़े, चाहे वह इंटरनेट मीडिया ही क्यों न हो, सर्वप्रथम हमारा यह दायित्व है कि हमें असत्य, भ्रमित, अप्रमाणिक और गुमराह करने वाली सूचनाओं से स्वयं को सुरक्षित रखना चाहिए। कभी भी अर्ध सत्य और आंशिक रूप से एकत्र जानकारी पर विश्वास न करें।
-डा. विनोदिता सांख्यान, प्रिंसिपल श्री राम आश्रम पब्लिक स्कूल, द माल अमृतसर।