रेलवे स्टेशन से क्रिस्टल चौक तक जाम लगाने वालों पर चला पुलिस का डंडा
महानगर में लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने कमर कस ली है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: महानगर में लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने कमर कस ली है। सोमवार को वह अतिक्रमण और जाम से निपटने के लिए नगर निगम को भी दैनिक जागरण द्वारा चलाए गए अभियान में शामिल कर लेगी। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में सड़क पर अवैध पार्किग करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। इसके अलावा फुटपाथों पर कब्जा करने वालों को भी किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। आने वाले दिनों में यह अभियान प्रत्येक बाजार और सड़क पर चलने वाला है।
ट्रैफिक पुलिस के नवनियुक्त एसीपी (डी) जतिदर की अगुआई में पचास से ज्यादा मुलाजिमों ने शनिवार की सुबह सबसे पहले लिबर्टी मार्केट में पहुंच कर दुकानदारों को चेतावनी दी। 50 से ज्यादा दुकानदारों का बाजार से सामान हटवाया गया। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस की टीम रेलवे स्टेशन रोड पर पहुंची। स्पेयर पार्ट्स और साइकिल मार्केट में मचा हड़कंप
स्पेयर पार्ट्स और साइकिल मार्केट के दुकानदारों ने जब पुलिस आक्रामक पुलिस टीम को देखा तो वहां अफरातफरी मच गई। फुटपाथों पर सजाए गए अपने सामान और काउंटर को उठाकर दुकानों के अंदर रख लिया गया। पुलिस ने दुकानदारों को फुटपाथों पर कब्जा ना करने की सलाह दी। इसके बाद पुलिस टीम की एक टीम कोर्ट रोड से क्रिस्टल चौक पर पहुंची। सड़क किनारे बनी अवैध पार्किग, फड़ी-रेहड़ी वालों को वहां से हटने के आदेश दिए गए हैं। एसीपी ने कार बाजार एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक की और कोर्ट रोड से लेकर क्रिस्टल चौक तक फुटपाथों पर लगी कारों को हटाने के लिए कहा। ट्रैफिक पुलिस ने 15 चालान काटे
ट्रैफिक पुलिस ने अवैध पार्किग में खड़े 15 वाहनों के चालान काटे। दो वाहनों को जब्त भी कर लिया गया। एसीपी (डी) जतिदर ने बताया कि आने वाले दिनों में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए शहर की जनता का भी सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सोमवार से अतिक्रमण के खिलाफ निगम के साथ मिलकर अभियान चलाएंगे। हाल बाजार से भी हटेगा अतिक्रमण
सोमवार को ट्रैफिक पुलिस और निगम का ज्वाइंट ऑपरेशन हाल बाजार में शुरू किया जाएगा। उक्त क्षेत्र में आधे से ज्यादा बाजार में अवैध पार्किग बनी रहती है। इसके साथ ही दुकानदारों द्वारा फुटपाथों पर कब्जा रहता है। जो जाम का कारण बनते हैं। यहां पहले भी निगम और ट्रैफिक पुलिस अभियान चला चुके हैं। लेकिन कुछ दिन बाद हालात जस के तस बन जाते हैं।