Move to Jagran APP

कोरोना के बाद पहली बार खुले तीसरी और चौथी कक्षा के निजी स्कूल

कोविड-19 के कारण पिछले दस महीने से बंद निजी प्राइमरी स्कूल की तीसरी व चौथी कक्षाएं खुल गई

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Jan 2021 06:50 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jan 2021 07:59 AM (IST)
कोरोना के बाद पहली बार खुले तीसरी और चौथी कक्षा के निजी स्कूल
कोरोना के बाद पहली बार खुले तीसरी और चौथी कक्षा के निजी स्कूल

अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर

loksabha election banner

कोविड-19 के कारण पिछले दस महीने से बंद निजी प्राइमरी स्कूल की तीसरी व चौथी कक्षाएं खुल गई। वही गणतंत्र दिवस के कारण बुधवार को घोषित हुए सरकारी अवकाश के कारण वीरवार को सरकारी प्राइमरी स्कूल की चौथी व तीसरी कक्षा खुलेगी। इससे पहले जिला शिक्षा विभाग एलिमेंट्री विग ने निजी व प्राइवेट प्राइमरी स्कूलों को गाइड लाइन जारी कर दी है। वीरवार से खुलने वाले सरकारी प्राइमरी स्कूल की उक्त कक्षाओं में विद्यार्थियों के लिए विशेष ध्यान रखने की हिदायत स्कूल प्रमुखों को दी गई है। हलांकि स्कूलों बच्चों की उपस्थित 30 फीसद ही रही।

गौर हो कि पहली व दूसरी कक्षा एक फरवरी से लगाने के निर्देश पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग ने दिए हैं। बुधवार को खुले प्राइवेट निजी स्कूल की तीसरी व चौथी कक्षा के दस माह के बाद पहली बार स्कूल आए विद्यार्थियों को कोरोना नियमों के तहत प्रवेश दिया गया। इस दौरान फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन प्राथमिक तौर पर हुआ।

स्टालवार्ट व‌र्ल्ड स्कूल व डीएवी पब्लिक स्कूल लारेंस रोड में जब दैनिक जागरण की टीम ने दौरा किया तो स्कूली विद्यार्थियों को क्रमवार स्कूल में प्रवेश दिया जा रहा था। उनके स्केनिंग के बाद उसके बाद विद्यार्थियों को क्लास रूम में भेजा गया। इस दौरान एक दूसरे से विद्यार्थियों ने दूरी बना कर रखी। क्लास रूम में कोशिश की गयी कि एक डेस्क पर एक ही विद्यार्थी बैठे। दूसरे विद्यार्थी का फासला दो गज से अधिक रहे। मास्क अनिवार्य था। कई विद्यार्थियों को बिना मास्क के स्कूल में एंट्री नहीं मिली।

फेस शील्ड लगा कर स्कूल पहुंचा विख्यात

स्टालवाट्र स्कूल का चौथी कक्षा का विद्यार्थी विख्यात फेस शील्ड लगा कर स्कूल पहुंचा। पिता समीर सहगल ने बताया कि कोरोना के कारण बच्चे पिछले दस माह से घर में ही थे। अब स्कूल आना भी जरूरी है। इसके लिए कोशिश कर रहे है कि कोरोना से बचने के लिए जरूरी नियम अपनाएं जाएं।

मास्क व फिजिकल डिस्टेंस जरूरी : डीईओ एलिमेंट्री

डीईओ एलिमेंट्री कंवलजीत सिंह ने बताया कि छोटी कक्षाओं के शुरू होने से स्कूल मुखियों की जिम्मेदारी बढ़ गयी है। उन्होंने सरकारी व प्राइवेट स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि वह बच्चों में फिजिकल डिस्टेंस व मास्क का नियम जरूर अपनाएं। इसके अलावा विद्यार्थियों को सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील तैयार किया जाए। इस दौरान बच्चों की भीड़ न बने इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा। किसी अध्यापक में यदि कोविड की शिकायत होती है तो वह क्वारंटाइन लीव पर जा सकता है। स्कूल मुखी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहे : बीईओ

ब्लाक एजूकेशन अधिकारी अमृतसर टू चंद्र प्रकाश शर्मा ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए स्कूल मुखी तैयार रहें। छोटे बच्चों से नियम का पालन करवाना मुश्किल होता है, लेकिन कोविड से निपटने के लिए यह अनिवार्य है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.