ज्ञानी हरप्रीत सिंह के प्रति संगत को जागृत करना समय की जरूरत: हवारा कमेटी
हवारा कमेटी के प्रवक्ता प्रो. बलजिदर सिंह ने कहा कि हवारा कमेटी हमेशा से ही श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा ओर सर्व उच्चता पर पहरा देती आ रही है। इसलिए हवारा कमेटी ज्ञानी हरप्रीत सिंह की ओर से निभाई गई उक्त भूमिका की निदा व विरोध करती है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: सरबत खालसा के जत्थेदार जगतार सिंह हवारा द्वारा गठित राजनीतिक कमेटी ने कहा कि एक पतित के विवाह कार्यक्रम में अरदास करके एसजीपीसी की ओर से श्री अकाल तख्त साहिब के नियुक्त किए गए जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने मर्यादाओं का खुद ही उल्लंघन किया है। अगर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के कथित पतित पुत्र की शादी में अरदास करना सही है तो फिर उस संबंध में ज्ञानी हरप्रीत सिंह वीडियो संदेश जारी क्यों नही कर रही है?
हवारा कमेटी के प्रवक्ता प्रो. बलजिदर सिंह ने कहा कि हवारा कमेटी हमेशा से ही श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा ओर सर्व उच्चता पर पहरा देती आ रही है। इसलिए हवारा कमेटी ज्ञानी हरप्रीत सिंह की ओर से निभाई गई उक्त भूमिका की निदा व विरोध करती है। श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा सिर्फ तख्त तक सीमित नहीं है, बल्कि मर्यादा सारी सिख कौम पर भी लागू है जो सिख श्री अकाल तख्त साहिब में विश्वास रखता है।
हवारा कमेटी के प्रतिनिधि ने कहा कि यह हमेशा हुआ है कि मर्यादा के लिए अध्यक्ष और जत्थेदार कुर्बान कर दिए जाते हैं न कि अध्यक्षों और जत्थेदारों पर मर्यादा कुर्बान की जाती है। तख्तों के ग्रंथी, सिंह साहिब या वहां के प्रतिनिधि समाज में कहीं भी जाते है तो उनको सब से पहले तख्त साहिबों की मर्यादा को ध्यान रखना होता है और उसे लागू करवाना होता है। अगर अकाल तख्त साहिब का कोई प्रतिनिधि पतितों की अरदास करेगा तो मर्यादा की पवित्रता का ही भोग पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर हवारा कमेटी संगत को गांव गांव व शहर शहर जागृत करेगी, ताकि संगत को पता चला सके के जिनकी जिम्मेवारी मर्यादा को लागू करवाने की है वहीं लोग अपने आकाओं की हितों की रक्षा के लिए मर्यादा का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। इस अवसर पर उनके साथ सुखराज सिंह वेरका, जसपाल सिंह पुतलीघर, गुरमीत सिंह बब्बर, महाबीर सिंह सुल्तानविड आदि भी मौजूद थे।
दूसरी ओर सिख सद्भावना दल के मुखी भाई बलदेव सिंह वडाला ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की मर्यादा के खिलाफ चलने वाले जत्थेदारों के खिलाफ संगत को खुल कर आवाज उठानी चाहिए। संगठन संगत की आवाज बन कर मैदान में आएगा।