वेतन वृद्धि को लेकर टैक्सटाइल वर्करों ने की हड़ताल
। वेतन में 20 प्रतिशत वृद्धि की मांग को लेकर अमृतसर के टैक्सटाइल उद्योगों के वर्करों ने हड़ताल करके कामकाज ठप रखा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
वेतन में 20 प्रतिशत वृद्धि की मांग को लेकर अमृतसर के टैक्सटाइल उद्योगों के वर्करों ने हड़ताल करके कामकाज ठप रखा। ट्रेड यूनियन एटक व सीटू के नेतृत्व में वर्करों ने हड़ताल करके पहले अलग अलग यूनिटों में प्रदर्शन किए। इस के बाद हड़ताली वर्कर रोष मार्च करते हुए लाहौरी गेट पार्क में पहुंचे। वहां सीटू और एटक की ओर से वर्करों के पक्ष में विशाल रैली का आयोजन किया गया। प्रदर्शनकारी पंजाब सरकार और मिल मालिकों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। चेतावनी दी अगर यूनिट के प्रबंधकों ने एक दो दिनों के भीतर समझौता रिन्यू न किया तो 12 व 13 जुलाई को दोबारा 2 दिनों के लिए हड़ताल कर दी जाएगी।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए एटक सीटीयू व सीटू नेताओं अमरजीत सिंह आसल, सुच्चा सिंह अजनाला और विजय मिश्रा ने कहा कि मजदूर मांग कर रहे है कि उनके वेतन में 20 प्रतिशत वृद्धि की जाए। वर्कर शुरू से ही मालिकों के साथ तय किए गए नियमों के अनुसार बताए गए रेटों पर काम करते हैं। पहले रेटों को लेकर जो समझौता हुआ था उस की मियाद 31 दिसंबर 2018 को समाप्त हो चुकी है। पिछले फैसला 24 जून 2017 को लागू किया गया था। समझौते की खत्म हो चुकी मियाद को लेकर ट्रेड यूनियन संगठनों की ओर से औद्योगिक यूनिटों के मालिकों को नोटिस भी भेजे जा चुके हैं। मामले को लेकर वर्कर 8 व 9 जनवरी को दो दिनों के लिए हड़ताल भी कर चुके हैं। अभी तक यूनिटों के मालिकों की ओर से इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। न ही अभी तक मालिकों ने बातचीत के लिए कोई पहल की है। उन्होंने कहा कि लोक सभा चुनावों के कारण वर्करों ने अपना आंदोलन स्थगित किया था। परंतु अब तो केंद्र में नई सरकार भी बन गई है। अब आंदोलन को विराम नही आने दिया जाएगा। इस दौरान ट्रेड यूनियन नेताओं जगतार सिंह कर्मपुरा, सुखवंत सिंह , जीत राज, मोहन लाल, नरिदर चमियारी, जोगिदर लाल, जगदीश लाल शर्मा, डा बलविदर सिंह व अमरीक सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
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