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पारा 40 के पार, सीमा पर जवानों की बढ़ी प्यास

जागरण संवाददाता, अमृतसर गर्मी अपने चरम पर है और पारा 40 के पार पहुंच गया है। भारत-पाक

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 May 2018 05:31 PM (IST)Updated: Sat, 26 May 2018 05:31 PM (IST)
पारा 40 के पार, सीमा पर जवानों की बढ़ी प्यास
पारा 40 के पार, सीमा पर जवानों की बढ़ी प्यास

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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गर्मी अपने चरम पर है और पारा 40 के पार पहुंच गया है। भारत-पाक सीमा पर तो हालात और भी खराब हैं और वहां कड़कती धूप में गश्त कर रहे जवानों की प्यास बढ़ गई है। तेजी से बढ़ रहे पारे के ग्राफ को देखते हुए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने सीमा पर गश्त करने वाले जवानों को लू से बचाने के लिए विशेष हिदायतें जारी करते हुए इन्हें सख्ती से लागू करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। सेक्टर स्तर पर डीआईजी ने यह जिम्मेदारी संभालते हुए जवानों की तरफ विशेष ध्यान देने की हिदायतें जूनियर अधिकारियों को दी हैं।

भारत-पाक बॉर्डर पर कई पोस्टें पक्की कर दी गई हैं। भीषण गर्मी से बचने के लिए जवान इनके अंदर रहते हुए जहां देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं, वहीं खुद को लू से बचाने के लिए भी हर संभव प्रयास करते हैं। सीमा पर गश्त करने वाले जवानों के खाने में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। खाने में रोजाना दो बार दही जवानों को दिया जाना सुनिश्चित किया जाता है। वहीं गश्त पर निकले जवानों को हर घंटे लस्सी दिए जाने की व्यवस्था भी सेक्टर हेडक्वार्टर की तरफ से की गई है।

वहीं इस मौसम के दौरान जवानों का मेडिकल चेकअप भी प्रति सप्ताह करवाया जाता है। मेडिकल अधिकारी पोस्टों पर पहुंच कर जहां उनकी जांच करता है, वहीं उन्हें लू से बचने संबंधी जागरूक भी करता है। बॉर्डर पर गश्त के दौरान जवानों और अधिकारियों को बार-बार पानी और नींबू शिकंजवी भी उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके अलावा भीषण गर्मी में जवानों को सीधी सूर्य की किरणों से बचने के लिए हेड कवर कैप पहनना सुनिश्चित किया जा रहा है। जवानों को खाने में कम से कम 2 बार रोजाना दही दिया जा रहा है। अधिकारी सीमा पर लगातार गश्त कर जवानों का हाल जान रहे हैं। किसी जवान की मामूली सी हालत बिगड़ने पर उसे तुरंत मेडिकल सुविधा मुहैया करवाई जाती है और गंभीर होने पर तत्काल अस्पताल में भेजा जाता है।

-जेएस ओबराय, डीआईजी सेक्टर हेडक्वार्टर खासा, अमृतसर


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