जीएनडीयू के साइकिल प्रोजेक्ट की हवा निकली
। सवा दो साल पहले गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) में शुरू किया गया साइकिल प्रोजेक्ट सफेद हाथी बनकर रह गया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
सवा दो साल पहले गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) में शुरू किया गया साइकिल प्रोजेक्ट सफेद हाथी बनकर रह गया है। इस प्रोजेक्ट को जीएनडीयू से प्रदूषण खत्म करने व विद्यार्थियों और अध्यापकों की अच्छे स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया था।
शुरुआती समय में तो विद्यार्थियों और अध्यापकों ने साइकिल प्रोजेक्ट में काफी रुचि दिखाई। लेकिन आज हालात बिल्कुल विपरीत हैं। सभी साइकिल स्टैंड पर ही लगे पड़े हैं। हालांकि साइकिल हायर करने के लिए बहुत ही कम चार्ज रखे गए थे। इसका पूरा जिम्मा एक निजी कंपनी को सौंपा गया था। मगर साइकिल चलाने में विद्यार्थियों और अध्यापकों ने ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया। पहले की ही तरह अब सभी कर्मचारी निजी वाहनों में यूनिवर्सिटी परिसर में घूमते हुए दिखाई देते हैं। हालांकि कोरोना महामारी के कारण अभी विद्यार्थी तो नहीं आ रहे है। मगर जो अध्यापक व नॉन टीचिंग स्टाफ आ रहा है, वे भी निजी वाहनों का इस्तेमाल कर रहा है।
300 साइकिल मुहैया करवाए गए थे
जीएनडीयू ने जुलाई 2018 में एक निजी कंपनी के साथ करार कर इस साइकिल प्रोजेक्ट को शुरू किया था। उस समय 300 साइकिल यूनिवर्सिटी कैंपस में लाए गए थे। इसके अलावा पूरे कैंपस में अलग-अलग जगहों पर स्टैंड भी बनाए गए थे। जहां से बड़ी आसानी से कोई भी साइकिल लेकर जीएनडीयू में घूम सकता है। लेकिन अब कोई भी इसमें दिलचस्पी दिखाने को तैयार नहीं। गौर हो कि जीएनडीयू स्वच्छता रैंकिग में पूरे भारत में पहले स्थान पर रही है। इसी के तहत जीएनडीयू को पहले से भी हरा-भरा व साफ-सुथरा रखने के लिए यह सारे प्रयास किए जा रहे हैं।