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एचआइवी टेस्ट : मोबाइल पर बात करते-करते मरीज का सैंपल लिया

अमृतसर एचआइवी/एड्स की जांच के लिए सिविल अस्पताल में स्थापित आईसीटीसी सेंटर में रोगियों की जान सांसत में आ रही है। वीरवार को इस सेंटर में कार्यरत एक महिला कर्मचारी फोन पर बातें करती रही, साथ ही मरीजों के ब्लड सैंपल भी लेती रही। एक मरीज ने उसे टोका भी कि मोबाइल छोड़कर सैंपल ले, पर वह नहीं मानी। इतना ही नहीं इस कर्मचारी ने ब्लड सैंपल लेने के बाद उसे ईडीटीए वॉयल में डाला और बिना नंबर लगाए एक तरफ रख दिया। अब मरीज को यह आशंका है कि सैंपल पर नंबर नहीं लगा तो उसकी रिपोर्ट कैसे तैयार की जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Dec 2017 03:02 AM (IST)Updated: Fri, 22 Dec 2017 03:02 AM (IST)
एचआइवी टेस्ट : मोबाइल पर बात करते-करते मरीज का सैंपल लिया
एचआइवी टेस्ट : मोबाइल पर बात करते-करते मरीज का सैंपल लिया

नितिन धीमान, अमृतसर

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एचआइवी/एड्स की जांच के लिए सिविल अस्पताल में स्थापित आईसीटीसी सेंटर में रोगियों की जान सांसत में आ रही है। वीरवार को इस सेंटर में कार्यरत एक महिला कर्मचारी फोन पर बातें करती रही, साथ ही मरीजों के ब्लड सैंपल भी लेती रही। एक मरीज ने उसे टोका भी कि मोबाइल छोड़कर सैंपल ले, पर वह नहीं मानी। इतना ही नहीं इस कर्मचारी ने ब्लड सैंपल लेने के बाद उसे ईडीटीए वॉयल में डाला और बिना नंबर लगाए एक तरफ रख दिया। अब मरीज को यह आशंका है कि सैंपल पर नंबर नहीं लगा तो उसकी रिपोर्ट कैसे तैयार की जाएगी।

रा¨जदर कुमार निवासी कोट हरनाम दास सुल्तान¨वड रोड ने बताया कि बचपन से ही उसके शरीर में फोड़े-फुंसियां होती हैं और बेहद कमजोरी भी महसूस करता है। काफी इलाज करवाया, पर फायदा नहीं हुआ। बुधवार को वह सिविल अस्पताल की स्किन वार्ड में डॉ. निधि के पास पहुंचा। डॉ. निधि ने जांच के बाद कहा कि वह अपनी एचआइवी जांच करवाए। वह अस्पताल में स्थित आइसीटीसी (इंटेग्रे¨टग टे¨स्टग एंड काउंस¨लग सेंटर) में पहुंचा। यहां कार्यरत एक महिला कर्मचारी फोन पर बातें करने में मशगूल थी। मैंने उसे पर्ची दिखाते हुए सैंपल लेने को कहा। इस कर्मचारी ने फोन नहीं छोड़ा और बातें करते-करते ही मेरी कलाई से खून का सैंपल लेने लगी। इसके बाद इस कर्मचारी ने ईडीटीए वॉयल में यह सैंपल रख लिया। उसने न तो वॉयल में टेग लगाया और न ही नंबर दर्ज किया।

रा¨जदर के अनुसार लेबोरेट्री में कई लोगों के सैंपल रखे गए हैं। ऐसे में यह कैसे मालूम हो पाएगा कि उसका सैंपल कौन सा है। जाहिर सी बात है कि रिपोर्ट भी गलत दी जाएगी। जब मैंने इस कर्मचारी इस बारे में पूछा उसने जवाब तक नहीं दिया। दुख का विषय है कि मुझे स्किन संबंधित बीमारी की दवाइयां भी अंदर से नहीं मिलीं। रा¨जदर ने कहा कि वह अब सिविल अस्पताल की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है। इसके बाद निजी लेबोरेट्री से भी टेस्ट करवाएगा। यदि रिपोर्ट में अंतर आया तो इसकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से की जाएगी।

स्टाफ से जवाबतलबी होगी : एसएमओ

एसएमओ रा¨जदर अरोड़ा ने कहा कि यह मामला उनके ध्यान में नहीं है। मैं स्टाफ से जवाबतलबी कर रहा हूं। फिलहाल आइटीसीटी सेंटर का स्टाफ जा चुका है। कल उसने स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। यदि आरोप सही हुए तो कड़ी कार्रवाई होगी।


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