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किरण की सिफारिश से तलबीर का इन्कार, बोले- भंगाली ने मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया

पाकिस्तान भेजे गए जत्थे के साथ गई किरण बाला की सिफारिश के मामले में पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के पीए तलबीर सिंह गिल ने अपनी भूमिका से साफ इन्कार किया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 07 May 2018 09:13 AM (IST)Updated: Mon, 07 May 2018 09:14 AM (IST)
किरण की सिफारिश से तलबीर का इन्कार, बोले- भंगाली ने मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया
किरण की सिफारिश से तलबीर का इन्कार, बोले- भंगाली ने मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया

अमृतसर [पंकज शर्मा]। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की ओर से 12 अप्रैल को वैशाखी पर्व पर पाकिस्तान भेजे गए जत्थे के साथ गई किरण बाला की सिफारिश के मामले में पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के पीए तलबीर सिंह गिल ने अपनी भूमिका से साफ इन्कार किया है।

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गौरतलब है कि श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर सुलखन सिंह भंगाली ने किरण बाला के वीजा के दस्तावेजों के साथ जो पत्र लगाया है, उस पर लिखा है कि इसकी सिफारिश तलबीर सिंह गिल ने की है। इस बीच चर्चा है कि एसजीपीसी भंगाली को पद से हटा सकती है।

उधर, एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में आरोपी पाए जाने वाले एसजीपीसी के किसी भी कर्मचारी व अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। तलबीर सिंह के इन्कार के बाद एसजीपीसी ने अब इस बात की जांच शुरू कर दी है कि भंगाली ने किस मंशा से सिफारिशी पत्र पर तलबीर का नाम लिखा।

एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि एसजीपीसी कार्यालय में जांच कमेटी के सदस्यों की बैठक होगी। जो भी दोषी हुआ, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जांच कमेटी के सदस्य भगवंत सिंह सियालका ने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।

शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा कि किरण बाला को एसजीपीसी के जत्थे के साथ पाकिस्तान भेजना एक गहरी साजिश है। इसमें बिक्रम सिंह मजीठिया का पीए तलबीर सिंह शामिल है। तलबीर सिंह और भंगाली के सबंधों की चर्चा देश-विदेश में है।

तलबीर अपने आप को बचाने के लिए पीछे हो रहा है। अकाली दल हमेशा से ही एसजीपीसी के काम में दखल देता आ रहा है। इस घटना ने इस दखल को पूरी तरह साबित कर दिया है। इससे एसजीपीसी का अक्स भी प्रभावित हुआ है। भंगाली को तलबीर और बिक्रम की सिफारिश पर ही 30 नवंबर 2015 को हरिमंदिर साहिब का मैनेजर लगाया था। तलबीर खुद उसे कुर्सी पर बिठाने के लिए आया था।

भंगाली दोनों के भरोसे वाला आदमी था। भंगाली के एसजीपीसी के फुल टाइम कर्मचारी होने के बावजूद उसे गांव भंगाली में सरपंच का टिकट देकर सरपंच बनाया गया था। वह आज भी एसजीपीसी में मैनेजर की पोस्ट के साथ गांव के सरपंच की जिम्मेदारी निभा रहा है। एक व्यक्ति का दो पोस्टों पर काम करना गैर कानूनी है।

मैंने नहीं की कोई सिफारिश : तलबीर

पूर्व अकाली मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के पीए तलबीर सिंह गिल ने कहा,'किरण बाला मामले से मेरा कोई संबंध नहीं है। मैंने एसजीपीसी के कर्मचारी व श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर सुलखन सिंह भंगाली को किरण बाला को पाकिस्तान भेजने के लिए कोई सिफारिश नहीं की थी। सुलखन सिंह भंगाली ने खुद ही मेरे  नाम का गलत उपयोग किया है। उन्होंने अपनी किसी कमजोरी को छिपाने के लिए ऐसा किया है। इसके लिए सुखलन सिंह भंगाली खुद जिम्मेदार हैं। एसजीपीसी भंगाली पर कार्रवाई करे। सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियां भंगाली व तलबीर गिल के कारोबारी व राजनीति रिश्तों की भी जांच कर रही है। चर्चा है कि तलबीर सिंह गिल, बिक्रम सिंह मजीठिया व सुलखन सिंह भंगाली की आपस में काफी निकटता थी।

यह भी पढ़ेंः जांच में खुलासा- मजीठिया के पीए की सिफारिश पर गई थी पाक में शादी रचाने वाली किरण


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