राष्ट्रपति सिख कैदियों को करे रिहा: बाबा धुम्मा
बाबा हरनाम सिंह धुम्मा ने राष्ट्रपति को प्रकाश पर्व के मौके पर 22 सिख कैदियों को रिहा करने की अपील की है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : दमदमी टकसाल के मुखी बाबा हरनाम सिंह धुम्मा ने भारत के राष्ट्रपति को गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के खुशी के मौके पर जेलों में बंद 22 सिख कैदियों को रिहा करने की अपील की है। उन्होंने अपील की है कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 72 के अंतर्गत मिले अधिकारों का प्रयोग करते हुए इन सिख कैदियों को रिहा किया जाए, जो अपनी सजाएं पूरी कर चुके है।
दमदमी टकसाल के प्रवक्ता प्रो. सरचांद सिंह ने बताया कि दमदमी टकसाल के प्रमुख ने राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद को एक पत्र भेजा है, जिसमें जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई की मांग की गई है। पत्र में लिखा है कि सिख कौम ने भारत की आजादी के लिए बडे बलिदान दिए है। सिख कौम ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में गुरु नानक साहिब का 550वां प्रकाश पर्व पूरी श्रद्धा और उत्साह से मनाया जा रहा है। ऐसे खुशी के मौके पर अलग-अलग मामलों में अपनी, सजा पुरी कर चुके सिख कैदियों को रिहा किया जाए। इन 22 कैदियों में से 12 कैदी 20-20 वर्षो से अधिक की सजा पूरी कर चुके है।
भेजी गई लिस्ट में लाल सिंह निवासी अकालगड़, प्रो. दविंदरपाल सिंह भुल्लर, भाई गुरदीप सिंह खेहरा, भाई दया सिंह लाहौरिया, लखविन्दर सिंह लक्खा निवासी कनसाल, भाई गुरमीत सिंह मिता, भाई शमशेर सिंह, भाई परमजीत सिंह प्यौरा, भाई सुबेग सिंह, भाई नन्द सिंह सरून, भाई बलवंत सिंह राजोआना, भाई जगतार सिंह हवारा, भाई हरनेक सिंह, भाई जगतार सिंह तारा, भाई सुरिन्दर सिंह छिन्दा, भाई सतनाम सिंह, भाई दयाल सिंह रसूलपुर, भाई सुचा सिंह रसूलपुर और भाई बलबीर सिंह बीरा, अरविन्दर सिंह घोगा, सुरजीत सिंह लक्की और रणजीत सिंह हरियाणा ने नामों को शामिल किया गया है।