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सुखबीर सिंह बादल बोले- केंद्र सरकार के साथ बैठक की बातें सार्वजनिक करें कैप्टन अमरिंदर सिंह

शिरोमणि अकाली दल के प्रधान एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने मांग की कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को केंद्र सरकार से हुई बातचीत को सांझा करना चाहिए। सुखबीर सिंह बादल अमृतसर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 01:13 PM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 01:13 PM (IST)
सुखबीर सिंह बादल बोले- केंद्र सरकार के साथ बैठक की बातें सार्वजनिक करें कैप्टन अमरिंदर सिंह
सुखबीर सिंह बादल की फाइल फोटो ।

जेएनएन, अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि कुछ लोग दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों के आंदोलन को देश विरोधी आंदोलन साबित करने की कोशिश कर रही हैं। इसके लिए कई एजेंसियां सरगम हो गई है, लेकिन पंजाब के किसान देशभक्त हैं जिन्होंने पहले देश का जहां अन्न भंडार भरा, वहीं इन किसानों के बच्चों ने सीमाओं पर सैनिकों के रूप में देश की रक्षा की है आज इन किसानों को देश विरोधी बताने की कोशिश हो रही है।

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सुखबीर सिंह बादल पार्टी के 100 साला स्थापना दिवस के उपलक्ष में श्री हरमंदिर साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ शुरू करवाने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। सुखबीर ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसान अगर कानूनों के साथ सहमत नहीं है तो केंद्र सरकार क्यों उनकी भलाई के लिए यह कानून लागू कर रही है। अगर किसान अपनी भलाई वाले कानून लागू नहीं करवाना चाहती तो केंद्र सरकार को इन्हें लागू नहीं करने चाहिए। 

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और उसकी एजेंसियां जानबूझकर किसान आंदोलन को पंजाब और सिखों का आंदोलन बनाकर पेश कर रही है, जबकि आंदोलन देशभर के किसानों का आंदोलन है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीति यह है अगर किसान उनकी बात मान लें तो किसान देश भक्त हैं अगर न माने तो वह आतंकवादी और देश विरोधी है, जबकि किसान अन्नदाता है। वह न तो किसी धर्म और मजहब के साथ है वह सिर्फ देश के लिए हैं।

सुखबीर ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल किसानों की प्रतिनिधि पार्टी है। आज तक किसानों की जितनी भी मांगेंं सरकार से की गई हैंं वह अकाली दल की सरकारों ने ही की है। सबसे अधिक सुविधाएं किसानों को अकाली दल की सरकार ने ही दी है। जितने भी कर्ज माफ किए वह किसानों के शिरोमणि अकाली दल नहीं किए हैं। आज पंजाब का भाईचारा को तोड़ने की कोशिश की जा रही है, जिसको अकाली दल सहन नहीं करेगा। पहले ही पंजाब बुरे हालातों के कारण बहुत पीछे जा चुका है। अब किसी को भी पंजाब के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

सुखबीर ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ की गई बैठक को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सांझा करने के लिए तैयार नहीं हैंं, क्योंकि उस बैठक में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब और पंजाब के किसानों की पीठ में छुरा घोंप कर समझौता किया है। यह बात कांग्रेस के सांसद भी कह चुके हैं। अगर यह सच नहीं तो कैप्टन अमरिंदर सिंह को बैठक की बातें सार्वजनिक करनी चाहिए।

सुखबीर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दिल्ली बॉर्डर के पास रैली करने का ड्रामा करने जा रही है। यह ड्रामा किसान संघर्ष को कमजोर करेगा। अकाली दल का आज एक-एक कार्यकर्ता किसान आंदोलन में उनका साथ दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा और कैप्टन के मध्य हुई बैठक की बातें सर्वजनिक हो जाएं तो कैप्टन एक दिन भी मुख्यमंत्री नहीं रह सकते।


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