प्रदर्शनकारी किसानों ने लगाया गन्ने के रस का लंगर
कृषि सुधार कानूनों का विरोध दिल्ली बार्डर के साथ-साथ अमृतसर में भी जारी है
जागरण संवादाता, अमृतसर :
कृषि सुधार कानूनों का विरोध दिल्ली बार्डर के साथ-साथ अमृतसर में भी जारी है। प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा विरोध प्रगट करने के अलग-अलग तरीके अपनाएं जा रहे हैं। आंदोलन की इसी रणनीति के तहत लोहड़ी के दिन किसानों की ओर से गन्ने के रस का लंगर लगा कर कृषि सुधार कानूनों का विरोध किया गया।
किसान संघर्ष कमेटी के कार्यकर्ताओं की ओर से अमृतसर में विभिन्न स्थानों पर लंगर लगाया गया। शहर में अलग अलग जगहों पर चार ट्रालियां गन्ने का रस निकाल का लंगर लगाया गया। किसान नेताओं हरजीत सिंह , सर्बजीत सिंह, मंजीत सिंह, सुखदेव सिंह , हरबंस सिंह, नरिंदर सिंह और जसविदर सिंह ने कहा कि किसानों के आंदोलन में हर वर्ग की ओर से लंगर आदि की व्यवस्था की गई है। दिल्ली बार्डर पर चल रहे आंदोलन में हर वर्ग अपनी अपनी सहायता दे रहा है। हमने भी सभी लोगों को किसानी आंदोलन के साथ जोड़ने के लिए अमृतसर शहर में अलग अलग स्थानों पर लोहड़ी के त्योहार पर गन्ने के रस का लंगर लगाया है। शहरी लोगों के गन्ने का रस लोहडी पर गन्ने के रस की खीर बनाने के लिए काफी मुश्किल से मिलता है। लोगों को गन्ने के रस को हासिल करने के लिए कोई मुश्किल न आए और वह परंपरा के अनुसार अपना त्योहार मना सके इस के लिए उन्होंने यह प्रयास किया है। वल्ला में कृषि कानूनों की प्रतियां फूंकी
वेरका : वेरका तथा वल्ला में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी द्वारा कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर केंद्र सरकार खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। इस दौरान हैप्पी वल्ला, मनी, बचित्र सिंह, मनजिदर सिंह, गुरमेल सिंह, निशान सिंह आदि किसान नेताओं ने कहा कि दिल्ली में संघर्ष कर रहे किसानों के हक में 20 जनवरी को जत्था दिल्ली के लिए रवाना होगा।