पिता से मिली एसआइ रॉबिन को देश के लिए लड़ने की प्रेरणा
। रॉबिन अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट में सब-इंस्पेक्टर के पद पर रहते हुए रंजीत एवेन्यू थाने में बतौर प्रभारी काम कर रहे हैं।
नवीन राजपूत, अमृतसर
कई लोगों को मौत की आगोश में लेने वाले कोरोना वायरस से दो-दो हाथ कर रहे योद्धाओं में एक नाम रोबिन हंस का भी है। रॉबिन अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट में सब-इंस्पेक्टर के पद पर रहते हुए रंजीत एवेन्यू थाने में बतौर प्रभारी काम कर रहे हैं। कर्फ्यू को एक महीना बीत जाने के बावजूद उनका उत्साह लोगों की सेवा के प्रति कम नहीं हुआ है।
रंजीत एवेन्यू क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों के घर-घर जाकर वह राशन पहुंचा रहे हैं। यही नहीं लंगर बनवा कर भी जरूरतमंदों में वितरित कर रहे हैं। रॉबिन हंस ने बताया कि कर्फ्यू के पहले दिन ही उन्हें आभास हो गया था कि कोविड-19 के खिलाफ यह जंग लंबी चलने वाली है। उन्होंने उसी दिन शपथ ले ली थी कि वह अपने क्षेत्र में किसी जरूरतमंद को भूखा नहीं रहने देंगे। कर्फ्यू के पहले दिन से ही वह लोगों को दवाएं, राशन और सब्जियां मुहैया करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता सतपाल सेना में रहते हुए देश के लिए दुश्मनों के साथ कई बार लड़ चुके हैं। पिता से ही उन्हें सीख मिली थी कि विकट परिस्थितियों में किस तरह धैर्य से मुश्किलों पर काबू पाया जाता है। परिवार से मिलती है ऊर्जा
सब इंस्पेक्टर रोबिन ने बताया कि कोरोना वायरस काफी खतरनाक है। जब कभी वह इस जंग में थोड़ा थकने लगते हैं तो मां रेनू, पत्नी रुबीना और बेटे बख्तावर से उन्हें सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। इससे वह नई स्फूर्ति के साथ दोबारा मैदान में डट जाते हैं। लोगों से घर में रहने की अपील
सब इंस्पेक्टर रॉबिन ने शहर के लोगों से अपील की है कि लोग अपने घरों में रह कर खुद को और परिवार को सुरक्षित रखें। पुलिस सदैव जनता की सेवा में है। किसी वस्तु की जरूरत पड़ने पर प्रशासन द्वारा जारी किए गए नंबरों पर फोन कर सहायता मांगी जा सकती है।