हड़ताल से भारत-पाकिस्तान कारोबार पर असर, ट्रक आइसीपी में फंसे
फोटो- 39, 40, 41 --- -आइसीपी अटारी पर दूसरे दिन भी जारी रही ट्रक ऑपरेटरों की हड
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-आइसीपी अटारी पर दूसरे दिन भी जारी रही ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल
-पाकिस्तान की ओर से रोजाना की तरह पहुंच रहा माल, नहीं निकले दिए ट्रक
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जागरण संवाददाता, अमृतसर: इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) अटारी पर ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। इससे पाकिस्तान के साथ होने वाले कारोबार पर भी असर पड़ रहा है। अटारी बॉर्डर ट्रक यूनियन की तरफ से ऑल इंडिया ट्रक ऑपरेटरों को दिए गए समर्थन के चलते बॉर्डर पर कोई ट्रक माल लेकर बाहर नहीं निकल सका। पाकिस्तान सीमेंट, जिप्सम, ड्राइ फ्रूट्स, ग्लास व चीनी लेकर आने वाले ट्रक आइसीपी में ही फंस गए हैं। वहीं, भारत की ओर से पाकिस्तान जाने वाले कॉटन व अन्य खाद्य पदार्थो के ट्रक आइसीपी में प्रवेश नहीं कर पाए। यूनियन के सदस्यों ने आइपीसी के सामने धरना दिया। अमृतसर- तरनतारन टी प्वाइंट पर भी रोड जाम कर ट्रकों को नहीं निकलने दिया गया और जमकर नारेबाजी की। अटारी बॉर्डर ट्रक यूनियन का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, वे पूरी तरह से हड़ताल रखेंगे। दूध वाले या अन्य आवश्यक पदार्थो वाले ट्रकों को भी नहीं चलने देंगे। डंप होने लगा माल
इंडो पाक चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के मनु मिश्रा कहते हैं कि ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल का सबसे ज्यादा असर आयातकों और कारोबारियों पर पड़ेगा। कारोबारियों को जहां वित्तीय नुकसान होगा, वहीं माल नहीं भुगता पाने को लेकर वादे भी टूटेंगे। उन लोगों को बिना किसी कारण और कसूर के भुगतान करना होगा। वे सरकार के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
फेडरशन ऑफ करियाना एंड ड्राई फ्रूट्स एसोशिएशन के प्रधान अनिल मेहरा कहते हैं कि पाकिस्तान से आने वाले पैरिशेबल फल (जल्द खराब होने वाले फल) आदि तो आइसीपी अटारी पर ही खराब हो जाएंगे। इन्हें तुरंत स्टोरेज पर पहुंचाना अनिवार्य है। अटारी बॉर्डर ट्रक यूनियन के सदस्यों अमरजीत ¨सह ¨छदा, प्रितपाल ¨सह सिद्धू, रोशन ¨सह ढिल्लों, कुल¨वदर ¨सह संधू, सुबेग ¨सह रणिके, अमृत दीप ¨सह, पर¨वदर ¨सह संधू और हरपाल ¨सह चीमा ने बताया कि वह हड़ताल जारी रखेंगे। कोट
आइसीपी अटारी पर काम करने वाली एजेंसियां लैंडपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया व सेंट्रल वेयरहाउसिंग कारपोरेशन (सीडब्ल्यूसी) स्टोरेज कैपेसिटी का मूल्यांकन कर रही हैं। जैसे ही उन्हें स्टोरेज कैपेसिटी खत्म होती दिखेगी, तो वे हमें इसके बारे में लिख कर देंगे। इसके बाद कस्टम विभाग पाकिस्तान के कस्टम विभाग के साथ इस मुद्दे को उठाएगा और हो सकता है कि हड़ताल खत्म होने तक पाकिस्तान से माल मंगवाने पर रोक लगानी पड़े।
-दीपक कुमार गुप्ता, कस्टम कमिश्नर अमृतसर।