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सर्दी से धीमी हुई आइसीपी अटारी पर इंडो-पाक कारोबार की रफ्तार

अमृतसर सर्दी के पूरे जोरों पर होने के बाद इसका असर इंडो-पाक कारोबार पर भी दिखाई देने लगा है। तापमान में गिरावट आने के साथ ही इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट अटारी पर भारत-पाक के बीच होने वाले बिजनेस में भी गिरावट आई है। जहां पहले रोजाना 200 से 250 तक ट्रक आते जाते थे। अब इनकी संख्या 125-150 के बीच आकर ठहर गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Dec 2017 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 22 Dec 2017 03:01 AM (IST)
सर्दी से धीमी हुई आइसीपी अटारी पर इंडो-पाक कारोबार की रफ्तार
सर्दी से धीमी हुई आइसीपी अटारी पर इंडो-पाक कारोबार की रफ्तार

र¨वदर शर्मा, अमृतसर

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सर्दी के पूरे जोरों पर होने के बाद इसका असर इंडो-पाक कारोबार पर भी दिखाई देने लगा है। तापमान में गिरावट आने के साथ ही इंटेग्रेटेड चेक पोस्ट अटारी पर भारत-पाक के बीच होने वाले बिजनेस में भी गिरावट आई है। जहां पहले रोजाना 200 से 250 तक ट्रक आते जाते थे। अब इनकी संख्या 125-150 के बीच आकर ठहर गई है। आने वाले दिनों में यह संख्या और भी कम होने की संभावना है।

फेडरेशन आफ करियाना एंड ड्राई फ्रूट कार्मशियल एसोसिएशन के प्रधान अनिल मेहरा कहते हैं कि आइसीपी विन साईडेड व्यापार हो रहा है। सिर्फ पाकिस्तान से ही कुछ चीजों का इंपोर्ट किया जा रहा है जबकि बदले में भारत की तरफ से कोई एक्सपोर्ट नहीं हो रहा। आइसीपी अटारी पर कई मौसम आए लेकिन पाकिस्तान का रवैया हमेशा निष्क्रिय ही रहा है। सर्दी में इंडो-पाक ट्रेड में गिरावट आने का एक और कारण भी है और वह है भारतीय कारोबारियों द्वारा दीवाली के आसपास ड्राई फ्रूट मंगवा कर स्टाक कर लेना।

पाक से सीमेंट इंपोर्टर विक्रांत अरोड़ा कहते हैं कि जीएसटी के बाद बहुत मुश्किल से इंडो-पाक ट्रेड संभला था। लेकिन दिसंबर के इस सर्द मौसम

में एक बार इंडो-पाक ट्रेड में गिरावट दिखाई देने लगी है। हालांकि सीमेंट या जिप्सम तो पाक से आ रहा है लेकिन ड्राइ फ्रूट व अन्य कारोबार कुछ कम हो गया है। दो देशों के बीच व्यापार की यह गिरावट कारोबारियों के साथ-साथ कुलियों को भी प्रभावित करती है।

पाक से सीमेंट इंपोर्ट करने वाले मानव तनेजा का कहना है कि आने वाले दिनों में इंडो-पाक ट्रेड में कुछ और गिरावट आएगी। इसका कारण सर्दी के साथ-साथ पाकिस्तान की गलत नीतियां भी हैं। उन्होंने बताया कि इस दिनों निर्माण काम कम हो जाते हैं तो कारोबारी भी अपनी सप्लाई के मुताबिक ही सीमेंट या अन्य सामान मंगवाते हैं। आने वाले दिनों इंडो-पाक ट्रेड में और गिरावट दर्ज की जाएगी जो जनवरी के पहले सप्ताह में ठीक होगी।


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