Move to Jagran APP

मल्टीस्टोरी पार्किग बने तो दुकानदारों और ग्राहकों के लिए वाहन खड़े करने की समस्या होगी खत्म

महानगर का सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र हाल बाजार है। यहां के दुकानदार सुविधाओं को तरस रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Jun 2021 12:00 PM (IST)Updated: Sat, 19 Jun 2021 12:00 PM (IST)
मल्टीस्टोरी पार्किग बने तो दुकानदारों और ग्राहकों के लिए वाहन खड़े करने की समस्या होगी खत्म
मल्टीस्टोरी पार्किग बने तो दुकानदारों और ग्राहकों के लिए वाहन खड़े करने की समस्या होगी खत्म

कमल कोहली अमृतसर: महानगर का सबसे बड़ा व्यापारिक केंद्र हाल बाजार है। यहां के दुकानदार सुविधाओं को तरस रहे हैं। सबसे प्रमुख पार्किग की समस्या है। लोग जहां-तहां वाहन खड़ कर देते हैं। इस कारण अकसर बाजार में जाम लग जाता है। इसी कारण ग्राहक भी अब यहां से खरीदारी करने में कतराने लगे हैं। कई कारोबारी यहां से पलायन करके खुले बाजारों में जाने पर विवश हो रहे हैं। यह समस्या दैनिक जागरण के साथ फेसबुक लाइवं के दौरान हाल बाजार के दुकानदारों ने उठाई। उनका कहना है कि नगर निगम उनके लिए मल्टी स्टोरी पार्किग का प्रोजेक्ट लाए ताकि दुकानदारों और ग्राहकों को इसकी सुविधा मिले। वहीं दुकानदारों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय में सरकार ने उन्हें कोई छूट नहीं दी है। केंद्र व पंजाब सरकार को व्यापारियों की सुविधा के लिए राहत देनी चाहिए ताकि आर्थिक तंगी से जूझ रहे दुकानदार अपना व्यापार पटरी पर ला सकें। हाल बाजार के लिए पार्किंग स्थल कैरो मार्केट थीं। कई जगह मल्टी स्टोरी पार्किग बनाने की योजना थी। परंतु इस पर कार्य नहीं हो सका। इस समस्या के कारण ग्राहक भी प्रभावित होता है। ऐसे में सरकार और प्रशासन को बेहतर पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए।

prime article banner

नवनीत कौशल हैप्पी, दुकानदार इस समय महामारी के कारण हालात काफी खराब हैं। ग्राहकों की काफी कमी है। खर्चे निकलना मुश्किल है। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। बाजार में सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम की है। इसे हल करने में प्रशासन फोकस करें।

रोबिन कौशल, दुकानदार हाल बाजार शहर का व्यापारिक केंद्र है। यहां पर मूलभूत सुविधाएं न के बराबर है। खास करके पार्किग की। नगर निगम को वाहन खड़े करने के लिए उचित जगह व्यवस्था करनी चाहिए ताकि बाजार आने वाले ग्राहकों को परेशानी न हो।

दर्शन सिंह, दुकानदार प्रशासन को गंभीरता से कारोबारियों की समस्या का हल करना चाहिए। हम कई बार मांग कर चुके हैं कि मल्टी स्टोरी पार्किग का प्रोजेक्ट लाकर सुविधा जाए। मगर अभी तक कोई कोई नहीं उठाया गया। समस्या का तभी निकलेगा जब प्रशासन गंभीरता से काम ले।

तेजप्रीत सिंह, दुकानदार कोविड ने हर कारोबार पर चोट की है। महामारी के कारण दुकानों के खर्चे निकलना मुश्किल हो चुका है। सरकार को ऐसी राहत देनी चाहिए जिससे दुकानदारों को नुकसान न हो। बिजली के बिलों में कमी करनी चाहिए। टैक्सों में छूट देनी चाहिए।

सुशांत मेहता, दुकानदार कोविड-19 के कारण व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। सरकार को इसका समाधान निकालना चाहिए। हाल बाजार में पार्किंग स्थल की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि ग्राहक ज्यादा से ज्यादा आएं और उन्हें अपने वाहन खड़े करने के लिए परेशानी न हो।

गुरजीत सिंह, दुकानदार इस बाजार में ट्रैफिक की समस्या गंभीर है। यह तभी हल हो सकती है जब बाजार में आने वाले लोगों के वाहनों को खड़े करने की सुविधा के लिए अलग पार्किग हो। दूसरा कोविड-19 के कारण व्यापार प्रभावित हुआ है। ऐसे में सरकार को टैक्स माफ करना चाहिए।

राहुल, दुकानदार इस समय बाजार में मंदी का दौर चल रहा है। बाजार में ग्राहक बहुत कम है। पिछले डेढ़ साल से कारोबार 30 प्रतिशत ही रह गया है। अब तो घर के खर्च निकालना भी मुश्किल हो गया है। सरकार को दुकानदारों को राहत देने के लिए विचार करना चाहिए।

रमेश कुमार, दुकानदार कैरो मार्केट, मछली मंडी में पार्किग स्थल बनाना चाहिए। वहां पर सभी तरह की सुविधाएं होनी चाहिए। इससे बाजार की जटिल समस्या हल हो सकती है और खरीदारी करने के लिए ज्यादा से ज्यादा ग्राहक भी आएंगे। प्रशासन इस पर विचार करे।

चंदन पुरी, दुकानदार महामारी के कारण कारोबार काफी प्रभावित हुआ है। व्यापारियों के लिए अब तक कोई विशेष आर्थिक पैकेज घोषित नहीं गया है। महामारी के दौरान दुकानदारों ने खुद ही जैसे-तैसे खर्च निकाले हैं। पूंजी कम हुई है। सरकार को व्यापारियों की आवाज सुननी चाहिए।

पंकज पुरी, दुकानदार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.