आनलाइन शापिग के कारण छोटे दुकानदार का कारोबार हो रहा प्रभावित
ई-कामर्स माडर्न ट्रेड के कारण छोटे दुकानदार काफी प्रभावित हो रहे हैं।
जागरण टीम, अमृतसर: ई-कामर्स माडर्न ट्रेड के कारण छोटे दुकानदार काफी प्रभावित हो रहे हैं। सरकार की गलत नीतियों के कारण कारोबारियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। महामारी के कारण पहले ही दुकानदार मंदी के दौर में है। लगातार बढ़ रही महंगाई और कोविड-19 के बाद उभरे हालात के कारण लोगों की खरीद क्षमता कम होती जा रही है। इस कारण दुकानदार भी जीविका कमाने में असमर्थ होते जा रहे हैं। किसी भी सरकार ने किसी तरह की कोई मदद नहीं की यह भी एक चिता का विषय है। रेलवे स्टेशन लिक रोड बाजार में मंदी का दौर चल रहा है। जहां दुकानदार परेशानी के आलम में व्यापार कर रहे हैं। वहीं लेबर भी जीविका कमाने में असमर्थ होती जा रही है। महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। लोगों की पर्चेजिग पावर कम होती जा रही है। सरकार का इस तरफ ध्यान नहीं है।
- प्रवीण कुमार, दुकानदार। महंगाई ने हरेक वर्ग को परेशान कर रखा है। इसका खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है। सरकार द्वारा किसी तरह की कोई मदद नहीं की जा रही है। जैसे सिलेंडर, सरसों का तेल, पेट्रोल, डीजल, चीनी, रसोई का हर एक समान महंगा हो गया है। इससे आम लोगों का जीना दुभर हो गया है।
- लखविदर सिंह, दुकानदार। आनलाइन शापिग छोटे दुकानदारों को बर्बाद कर रही है। सरकार को इस पर पाबंदी लगानी चाहिए। महंगाई पर भी अंकुश लगना चाहिए। हर एक वर्ग को विशेष सुविधाएं देनी चाहिए।
- मनोज कुमार, दुकानदार। कार्य काफी प्रभावित हुआ है। खर्चे निकलना मुश्किल हो रहा है। इस बाजार में काफी भीड़ होती थी। आज बाजार सुनसान हो गया है। टैक्सों की भरमार है। महंगाई पर अंकुश लगना चाहिए।
- अंकेश कुमार, दुकानदार। पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ चुके हैं। सिलेंडर के दाम बढ़े हुए हैं। घर की रसोई का बजट बिगड़ चुका है। हर वस्तु महंगी हो रही है। सरकार को इस तरह अंकुश लगाना चाहिए। कारोबार काफी प्रभावित हो चुका है। खर्चे निकलना मुश्किल होता जा रहा है।
- दीपक महाजन, दुकानदार। इस समय बाजार में मंदी का दौर चल रहा है। महंगाई के कारण लोगों का रसोई का खर्चा भी नहीं निकल रहा है। हालात काफी खराब होते जा रहे हैं। दुकानदारों के किसी तरह की कोई मदद नहीं की जा रही है। इस तरफ सरकार को सोचना चाहिए। वहीं आनलाइन शापिग से भी छोटे दुकानदार परेशानी में है।
- जगदीश कुमार, दुकानदार। बाजार में मंदी का दौर चल रहा है। समस्या गंभीर है। बाजार में ग्राहक बिल्कुल नहीं है। महंगाई कम होनी चाहिए। आनलाइन शापिग बंद होनी चाहिए। बिजली के बिल माफ होने चाहिए, ताकि कारोबार पटरी पर आ सके।
- सन्नी कुमार, दुकानदार। समस्या गंभीर है, कारोबार न के बराबर है। दुकानों के खर्चे भी नहीं निकल रहे हैं। बिजली के बिल कम होने चाहिए। सरकार को ऐसी रणनीति बनानी चाहिए, जिससे कारोबार आगे बढ़ सके।
- चेतन कुमार, दुकानदार। समस्या पहले से ज्यादा गंभीर है। बाजार में खर्चे निकालना मुश्किल है। सरकार को बिजली के बिल कम करने चाहिए। महंगाई इतनी बढ़ चुकी है इस पर सरकार की कोई नजर नहीं है। सरकार सिर्फ परेशानी के आलम में हर एक वर्ग को धकेल रही है।
- ललित अरोड़ा, दुकानदार। मंदी का दौर चल रहा है। बाजार में ग्राहक बिल्कुल नहीं है। दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों के खर्चे निकालना भी मुश्किल होता जा रहा है। लोगों की पर्चेजिग पावर में असर पड़ा है। दुकानों के खर्चे निकलना मुश्किल होता जा रहा है।
-राहुल अरोड़ा, दुकानदार।