बलविदर सिंह की हत्या की सच्चाई सामने लाए एसआइटी : रंधावा
। क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी के कार्यकर्ता एवं शौर्य चक्र विजेता बलविदर सिंह भिखीविड की हत्या को लेकर वामपंथी नेताओं में पंजाब सरकार के खिलाफ भारी रोष है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी के कार्यकर्ता एवं शौर्य चक्र विजेता बलविदर सिंह भिखीविड की हत्या को लेकर वामपंथी नेताओं में पंजाब सरकार के खिलाफ भारी रोष है।
वामपंथी नेताओं का कहना है कि अगर सरकार बलविदर सिंह के डीजीपी को लिखे गए पत्र को मुख्य रखकर उसे सुरक्षा प्रदान कर देती तो शायद आज बलविदर सिंह जिंदा होते।
आरएमपीआइ के जिला सचिव रत्न सिंह रंधावा ने कहा कि सरकार द्वारा गठित स्पेशल जांच टीम (एसआइटी) की रिपोर्ट जब तक इस हत्याकांड की सच्चाई सामने नहीं लाती, तब इस एसआइटी पर विश्वास नहीं किया जा सकता। एसआइटी को जल्द से जल्द सच्चाई सामने लानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वामपंथियों ने आतंकवाद के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी। इसमें हजारों वामपंथी वर्करों और नेताओं को अपनी जान की कुर्बानी देनी पड़ी। इसके बावजूद सरकार ने वापमंथी नेताओं को सुरक्षा देने में गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा सरकार यकीनी बनाए कि वामपंथी नेताओं के साथ भविष्य में ऐसी घटना न हो।
माकपा के जिला सचिव सुच्चा सिंह अजनाला ने कहा कि बलविदर सिंह ने आतंकवादियों से लोहा लिया था। उसके हत्यारों की पहचान होनी चाहिए। नेशनल पीपल्स फ्रंट के नेता रविदर सिंह ने कहा कि बलविदर भिखीविड की हत्या पंजाब सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।