दुकानदारों की गुहार, नहीं सुधरे हालात, राहत देकर मदद करे सरकार
कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बावजूद अभी तक कामकाज पटरी पर नहीं आया है।
जागरण टीम, अमृतसर : कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बावजूद अभी तक कामकाज पटरी पर नहीं आया है। व्यापारी सरकारों की ओर नजर लगाए बैठे हैं कि शायद उन्हें इस त्योहारी सीजन में कुछ राहत मिल जाए। मजीठ मंडी के साथ लगते मिश्री बाजार के दुकानदारों ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को दुकानदारों के लिए व्यापार में मदद करनी चाहिए, क्योंकि कोरोना महामारी के बाद अभी भी दुकानों के हालात सुधरे नहीं हैं। मार्केट में ग्राहक न के बराबर है। बाहर से भी अभी व्यापारी नहीं आ रहे हैं। ऐसे में कमाई को जरिया नहीं बन रहा।
कोविड-19 के बाद चाहे हालात अब सुधर गए हैं, लेकिन अभी भी दुकानदारी पर इसका इफेक्ट देखने को मिलता है। इसके साथ ही सड़कों और तारों के बिखरे जालों पर प्रशासन कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है।
राजन, दुकानदार महामारी ने तो लोगों की कमर ही तोड़ कर रख दी है। अब मार्केट में काम ना के बराबर ही रह गया है। भगवान जाने स्टेबल होने में अब और कितना टाइम लगेगा। लोगों की पूंजी खत्म हो गई है।
राजनाथ सिंह, दुकानदार अब मार्केट में काम नहीं रहा। लोग पहले ही इस बात से परेशान हैं। वहीं जिला प्रशासन भी लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने से कतराता है। आखिरकार लोगों को कब तक बेवकूफ बनाया जाएगा।
बेवी, दुकानदार काम पर इसका इफेक्ट बहुत बड़ा है। कोरोना के बाद अभी भी हालात नहीं सुधरे हैं। जो कर्मी पहले काम करते थे। अब उनमें से आधे हो गए हैं। काम को पटरी पर आने में अभी पता नहीं और कितना समय लगेगा।
शिवम, दुकानदार सरकार को भी दुकानदारों के बारे में कुछ सोचना चाहिए। आखिरकार सबसे ज्यादा टैक्स भरने के बावजूद भी कारोबारियों को कोई सहूलियत नहीं दी जा रही। सरकार कारोबारियों की समस्याओं को समझे।
अभिषेक, दुकानदार पूरी मार्केट में मूलभूत सुविधाओं की अभी भी कमी है। तारों के जाल पूरी मार्केट में लटके हुए हैं जिनसे अकसर चिगारियां निकलती रहती हैं। इससे कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है।
आशीष, दुकानदार सड़कों का बुरा हाल है। चाहे प्रशासन ने सड़कों को पक्का करने के नाम पर टाइलें लगा दी हैं लेकिन यह टाइलें भी आए दिनों उखड़ जाती हैं। जिससे दुकानदारों के साथ-साथ राहगीरों को भी परेशानी होती है।
हरजिदर कुमार, दुकानदार सड़कों और तारों का बुरा हाल है। सड़के तो जगह-जगह से उखड़ी हैं। इसके साथ ही तारों के जाल से भी लोगों में भय बना हुआ है। कहीं चिगारियां निकलने से कोई हादसा ना हो जाए।
पंकज चुग, दुकानदार सरकार की तरफ से दुकानदारों को सुविधाएं अवश्य ही देनी चाहिए, क्योंकि दुकानदार सबसे पहले सरकार को टैक्स देते हैं। सरकार को लोगों की समस्याओं को समझना चाहिए।
अजय, दुकानदार लोगों को मिलकर साथ चलना चाहिए। नालियां गंदे पानी से भरी पड़ी हैं। प्रशासन कुंभकरण की नींद सोया हुआ है। प्रशासन को कारोबारियों की समस्याओं को समझ कर उनका हल करना चाहिए।
इंदरजीत सिंह, दुकानदार