नशे के लिए लूटपाट और हत्याएं करने वाला गिरफ्तार
अमृतसर नशे की लत पूरी करने के लिए लूटपाट और तीन हत्याएं करने के आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार की रात सुल्तान¨वड रोड इलाके से गिरफ्तार कर लिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
नशे की लत पूरी करने के लिए लूटपाट और तीन हत्याएं करने के आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार की रात सुल्तान¨वड रोड इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित बारिश और तूफानी रात में फिर किसी को ठिकाने लगाने की फिराक में था। पता चला है कि जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसका नशा टूटा हुआ था और वह नशा पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार था। फिलहाल पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।
डीसीपी जगमोहन ¨सह, एडीसीपी जगजीत ¨सह वालिया ने रविवार की शाम सीआईए स्टाफ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि बीते एक साल में सकत्तरी बाग और उसके आसपास के इलाके में तीन ब्लाइंड मर्डर हो चुके हैं। आरोपित वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाता था। एडीसीपी ने बताया कि बीती बरसात की रात में पुलिस दल गश्त कर रहा था। तब एक संदिग्ध को आते देख काबू कर लिया गया। आरोपित नशे का आदी था और सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने कबूल किया कि वह नशा पूर्ति के लिए लूटपाट और हत्या करने की फिराक में है। तभी आरोपित को सीआईए स्टाफ के इंटेरोगेशन सेंटर में लाकर इंटेरोगेट किया गया तो उसने स्वीकार किया है कि उसने 15 सितंबर की रात गुरदासपुर के लखनकलां गांव निवासी अश्वनी कुमार के सिर पर पत्थर मारकर जख्मी कर दिया था। इसके बाद आरोपित ने अश्वनी से दो सौ रुपये लूट लिए थे। 12 सितंबर की रात उसने एक दिव्यांग की श्मशानघाट के बाहर हत्या कर दी थी। इस संबंधी बी डिवीजन थाने में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। 24 अगस्त की रात ज्ञान आश्रम स्कूल के बाहर एक भिखारी की चंद पैसों के लिए हत्या कर दी थी। इस बाबत सी डिवीजन थाने में केस दर्ज किया गया था। 15 अक्तूबर 2017 को गुरु गो¨बद ¨सह नगर निवासी कमल किशोर को भी मार दिया था। पुलिस ने गिरफ्त में आए हत्यारोपित की पहचान बिहार के समस्तीपुर स्थित गांव महिस भट्टी निवासी सोनू उर्फ विक्की के रूप में बताई है। पुलिस ने बाद में आरोपित की निशानदेही पर नशे की 1050 गोलियां बरामद कर एनडीपीएस एक्ट के तहत भी केस दर्ज कर लिया है। बाक्स..
एडीसीपी जगजीत स्वयं कर रहे थे गश्त
11 सितंबर को श्मशानघाट में दिव्यांग की हत्या के बाद पुलिस को पता चल गया था कि कोई सीरियल किल्लर इलाके में वारदातों को अंजाम दे रहा है। इसके बाद एडीसीपी जगजीत ¨सह वालिया ने अपने गश्ती दल के साथ रात के समय स्वयं कमान संभाल रखी थी। एडीसीपी जानते थे कि शनिवार की अंधेरी, बरसाती और तूफानी रात में सीरियल किल्लर फिर किसी को भी आसानी से टागरेट बना सकता है। वह खुद अपने दल के बरसात की रात में पेट्रो¨लग कर रहे थे कि तीन हत्याएं करने वाला धर लिया गया। नवीन राजपूत