जलियांवाला बाग की सुरक्षा चाक-चौबंद, दवा की भी नहीं इजाजत
जलियांवाला बाग में शनिवार को 13 अप्रैल 1919 के नरसंहार में शहीद हुए लोगों को श्द्धांजलि देने के लिए बाग और इसके चारों तरफ सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है। एक तरफ जहां केंद्र की स्पेशल प्रोटेक्शन गार्ड बाग के अंदर डेरा डाले हुए है तो दूसरी तरफ बाग के चारों तरफ की सुरक्षा खुद पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव संभाले हुए हैं। बाग में आज पहुंचने वालों और कल समागम में पहुंचने वालों को कड़े सुरक्षा चक्कर से गुजरना होगा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
जलियांवाला बाग में शनिवार को 13 अप्रैल 1919 के नरसंहार में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए बाग और इसके चारों ओर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है। एकतरफ जहां केंद्र की स्पेशल प्रोटेक्शन गॉर्ड बाग के अंदर डेरा डाले हुए है तो दूसरी तरफ बाग के चारों तरफ की सुरक्षा खुद पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव संभाले हुए हैं। बाग में आयोजित होने वाले समागम में पहुंचने वालों को कड़े सुरक्षा चक्कर से गुजरना होगा। सुरक्षा व्यवस्था इतनी कड़ी है कि बाग के अंदर जाने वालों को अपने साथ दवा भी लेकर जाने की इजाजत नहीं। जरूरी दवाएं भी कोई अपने साथ लेकर नहीं जा सकेगा।
जलियांवाला बाग के पिछले गेट को फिलहाल पक्के तौर पर बंद कर दिया गया है। बाग के अन्य एग्जिट प्वाइंट्स पर सुरक्षा गार्ड 24 घंटों तैनात किए गए हैं। बाग के आसपास के रिहायशी घरों की छतों पर भी सुरक्षा बल मोर्चा संभाले हुए हैं। बाग के मुख्य द्वार पर महिला और पुरुष सैलानियों के लिए अलग-अलग मैटल डिटेक्टर इंस्टाल किए गए हैं। अमृतसर देहाती व अन्य पड़ोसी जिलों से पुलिस फोर्स मंगवाई गई है।
कोट
जलियांवाला बाग में होने वाले शताब्दी समागम को लेकर पुलिस पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है। इस दिन दो त्योहार वैसाखी और रामनवमी मनाए जा रहे हैं तो लोगों को भी चौकस रहना चाहिए। लोगों को चाहिए कि जहां-जहां हो पुलिस को इसमें सहयोग करें।
सुधांशु शेखर श्रीवास्तव, पुलिस कमिश्नर अमृतसर। बाक्स
महत्वपूर्ण निर्देश
-जलियांवाला बाग का निमंत्रण पत्र हस्तांतरण नहीं है।
-निमंत्रण पत्र लिफाफे सहित साथ लाएं व अपना वैध पहचान पत्र भी साथ रखें।
-2.30 बजे तक अपनी सीट पर बैठ जाएं।
-अपने साथ कोई थैला, ब्रीफकेस, मोबाइल फोन, पेजर, कैमरा, हथियार या इलेक्ट्रोनिक उपकरण आदि नहीं लाएं।