फीस लेने पर लॉकडाउन खुलने के बाद स्कूल करेंगे फैसला
कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है। लॉकडाउन के चलते लोग बेकारी के आलम में है। विद्यार्थियों के अभिभावकों के लिए राहत की बात है कि अमृतसर के स्कूलों ने लॉकडाउन के चलते उन्हें फीस जमा करवाने से छूट दे दी है।
संवाद सहयोगी, अमृतसर : कोरोना वायरस से पूरी दुनिया जूझ रही है। लॉकडाउन के चलते लोग बेकारी के आलम में है। विद्यार्थियों के अभिभावकों के लिए राहत की बात है कि अमृतसर के स्कूलों ने लॉकडाउन के चलते उन्हें फीस जमा करवाने से छूट दे दी है। स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि लॉक डाउन खुलने के बाद ही फीस जमा करवाने की आखिरी तिथि अभिभावकों को बताई जाएगी। साथ ही किसी अभिभावक से लेट फीस जुर्माना भी न वसूलने के निर्देश बैंकों को स्कूल प्रबंधकों ने दे दिए हैं।
डीएवी इंटरनेशनल स्कूल वेरका बाईपास की प्रिसिपल डा. अंजना गुप्ता ने कहा कि एडहॉक पर रखे अध्यापकों का भी ध्यान रखा गया है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद ही फीस लेने पर फैसला किया जाएगा। साथ ही उनसे कोई लेट फीस जुर्माना वसूलने का कोई प्रावधान नहीं होगा।
डीएवी पब्लिक स्कूल की प्रिसिपल डॉ. नीरा शर्मा ने कहा कि कोविड-19 वायरस के कारण देश भर में हुए लॉकडाउन के कारण लोगों का कामकाज बाधित हुआ है। इसके कारण अभिभावकों पर वह फीस देने के लिए कोई दबाव नहीं डाल रहे है और न ही फीस जमा करवाने के लिए कोई नोटिस दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिन अभिभावकों ने काफी लंबे अरसे तक कोई फीस जमा न हीं करवाई है। वह यदि बैंक में फीस जमा करवाते है तो उनसे कोई जुर्माना नहीं वसूला जाएगा।
उधर, निजी स्कूलों की संस्था रासा के प्रदेश महासचिव सुजीत शर्मा ने कहा कि फीस जमा करवाने के लिए निजी स्कूल अभिभावकों पर कोई दबाव नहीं डाल रहे हैं। वह देश भर में आई आपदा से निपटने के लिए प्राथमिकता दे रहे हैं। लॉकडाउन खुलेगा। उसके बाद ही वह कोई फैसला लेंगे।
किसी को फीस भरने के लिए बाध्य नहीं किया : डायरेक्टर विनीत
कैम्ब्रिज इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर विनीत अग्रवाल ने कहा है कि उन्होंने किसी भी विद्यार्थी को फीस भरने के लिए बाध्य नहीं किया है। देश भर में लॉकडाउन चल रहा है। उसके बाद ही वह कोई फैसला लेंगे। पैरेंट्स टीचर मीट में कुछ अभिभावकों ने फीस जमा करवाने की इच्छा प्रकट की थी। उसके चलते हुए उन्होंने आम मैसेज ऑनलाइन पैरेंट्स ग्रुपों में भेजा था।