सेनेटरी ठेकेदार ने कारिदों संग मिलकर की थी कांस्टेबल की मां की हत्या
सदर थानांतर्गत पड़ते संधू इंक्लेव में 6 मई की रात कांस्टेबल गुरकीरत सिंह की मां सरबजीत कौर की हत्या घर में काम करने वाले सैनेटरी ठेकेदार ने अपने कारिदों के साथ मिलकर की थी। तीन आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए हैं जबकि ठेकेदार फरार है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : सदर थानांतर्गत पड़ते संधू एंक्लेव में 6 मई की रात कांस्टेबल गुरकीरत सिंह की मां सरबजीत कौर की हत्या घर में काम करने वाले सेनेटरी ठेकेदार ने अपने कारिदों के साथ मिलकर की थी। वारदात के समय शहर में कोरोना वायरस को रोकने के लिए कर्फ्यू लगा हुआ था। बावजूद हत्यारोपित बुजुर्ग महिला की हत्या कर घर को लूटकर फरार हो गए थे। फिलहाल पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से लूट के गहने, छह हजार रुपये नकद, वारदात में इस्तेमाल किया गया उस्तरा, एक्टिवा बरामद कर लिया है। थाना प्रभारी अभिमन्यु राणा ने बताया कि ठेकेदार बेअंत सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है।
पुलिस ने पकड़े गए आरोपितों की पहचान राजासांसी थानांतर्गत पड़ते गांव जोश के गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, अमृतपाल सिंह उर्फ कद्दू व रामतीर्थ रोड स्थित काले गांव के पास डेरा निहंग दा निवासी लखविदर सिंह उर्फ लखा के रूप में बताई है। सरबजीत कौर की हत्या से पहले बेअंत सिंह को घर में सेनेटरी का काम करने का ठेका दिया गया था। बेअंत सिंह ने घरिडा थाने में तैनात कांस्टेबल गुरकीरत सिंह के घर में उक्त तीनों आरोपितों को काम करने के लिए भेज दिया था। वह सभी जान गए थे कि बुजुर्ग सरबजीत कौर का एक बेटा विदेश में है और दूसरा ड्यूटी पर जाकर 12-14 घंटे तक लौटकर नहीं आता। मौका मिलते ही बेअंत सिंह ने 6 मई की शाम गुरकीरत के घर से जाते ही अपने साथियों को इस बारे में जानकारी दी। इसके बाद गुरप्रीत सिंह, लखविदर सिंह और अमृतपाल सिंह ने घर में घुसकर उस्तरे से सरबजीत कौर की गर्दन की नस काट दी। इसके बाद हत्यारोपितों ने घर में रखे सोने के गहने, छह हजार रुपये और अन्य कीमती सामान लूट लिया था। इसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।