लुटेरों का नया स्टाइल, पुलिस की वर्दी पहनकर लूट, अटारी व दीनानगर में लाखों की नकदी व सोना लूटा
अमृतसर के अटारी व दीनानगर के गांव झंडे चक्क में पुलिस की वर्दी पहनकर आए लुटरों ने परिवारों को बंधक बना दिया और लाखों की नकदी व सोना लूटकर फरार हो गए।
जेएनएन, अटारी/दीनानगर। लॉकडाउन में ढील मिलने के साथ ही अपराध का ग्राफ बढ़ने लगा है। गत दिवस पुलिस व वॉलिटर्स की वर्दी में आए लुटेरों ने भारत-पाक सीमा पर स्थित गांव अटारी में एक परिवार को बंधक बनाकर सात लाख रुपये की नकदी और करीब साढे सात लाख रुपये के गहने लूट लिए। वहीं, गत रात्रि गुरदासपुर के दीनानगर में भी लुटेरे पुलिस की वर्दी में आए और नकदी व सोना लूटकर फरार हो गए।
दीनानगर के गांव झंडे चक्क में पुलिस की वर्दी में आए हथियारबंद तीन लुुटेरों ने किराने का सामान खरीदने के बहाने एक परिवार से नकदी व सोना लूट लिया। इसके बाद हमलावरों ने परिवार के सदस्यों को बाथरुम में बंद कर दिया और दुकान पर लगे सीसीटीवी व घर में पड़ा डीआवर अपने साथ ले गए। जैसे-तैसे परिवार बाथरुम से निकाल कर घर के पिछले दरवाजे से गली में आए। कुछ मोहल्ला वासियों को घटना संबंधी सूचित किया।
गांव झंडे चक्क में लूट की घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस।
इसके बाद पीड़ित परिवार व मोहल्लेे के लोगों ने अपनी गाड़ी में बैठकर लुुटेरों का पीछा किया। झंडेचक्क बाईपास के पास जब लुुटेरे गाड़ी में बैठने लगे तो पीड़ित परिवार ने लुुटेरों की गाड़ी के साथ अपनी गाड़ी टकरा दी। टक्कर से एक लुुटेरे की टांग टूट गई। इस दौरान लुुटेरे अपने घायल हुए साथी को उठाने लगे तो उनका पिस्टल वहां पर गिर गया और गाड़ी में बैठकर मौके से फरार हो गए। उधर, घटना संबंधी जानकारी मिलते ही पुलिस के उच्चाधिकारियों मौके पर पहुंचे और घटना संबंधी जानकारी हासिल करने के बाद जांच शुरू कर दी है।
अटारी में परिवार को बंधक बना 15 लाख की लूट
वहीं, गत दिवस भारत-पाक सीमा पर स्थित गांव अटारी में लुटेरों ने एक परिवार को बंधक बनाकर सात लाख रुपये की नकदी और करीब साढे सात लाख रुपये के गहने लूट लिए। पुलिस वर्दी और कोरोना काल में पुलिस को सहयोग देने वाले वालंटियर्स को दी गईं टी-शर्ट में आए सात लुटेरों ने अटारी के इस परिवार के दो साल के बच्चे के अपहरण की धमकी देकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया का नाम लेकर परिवार को धमकाया और जाते समय घर में पड़ी 32 बोर की लाइसेंसी राइफल और जिंंदा कारतूस भी ले गए।
कोल्ड ड्रिंक कंपनी की एजेंसी संचालक अटारी के रहने वाले कुलवंत सिंह ने बताया सोमवार सुबह पुलिस वर्दी में दो युवक उनके घर आए। उनके बेटे जसविंदर ने दरवाजा खोला तो दोनों ने कहा, आपकी स्कॉर्पियो से 26 जून को हादसा हुआ है। उनके बेटे ने कहा कि 26 जून को तो वह घर से बाहर ही नहीं निकले। वह दोनों स्कार्पियो की आरसी देखने के बहाने घर के अंदर आ गए।
कुछ ही देर में दो अन्य युवक पुलिस वालंटियर्स की वर्दी (जो टी-शर्ट कर्फ्यू/लॉकडाउन के दौरान वालंटियर्स को दी गई थी) में कोल्ड ड्रिंक खरीदने आ गए। इसके बाद चारों युवकों ने उन पर पिस्तौल तान दी और जान से मारने की धमकियां दीं। वह गहने और नगदी मांगने लगे। जब उन्होंने लुटेरों का विरोध किया तो एक लुटेरे ने उनके दो साल के पोते को उठा लिया। कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के गिरोह का सदस्य होने की धमकियां देते हुए कहा कि वह बच्चे को अपने साथ ले जाएंगे।
बच्चे के अपहरण की बात सुनते ही उनकी पत्नी प्रकाश कौर ने लुटेरों को अलमारियों की चाबियां दे दीं। लुटेरेे परिवार को बंधक बनाकर अलमारियों में रखे सात लाख रुपये, करीब साढे सात लाख रुपये कीमत के गहने, 32 बोर की लाइसेेंसी राइफल व कारतूस लेकर फरार हो गए। उनके जाने के बाद पूरे परिवार ने घर से बाहर निकल कर शोर मचाया, लेकिन तब तक लुटेरे भाग चुके थे।
वारदात से पहले पालतू कुत्तों को कमरे में बंद करवाया
पुलिस वर्दी में आए युवकों ने उनकी गाड़ी से हुए हादसे की बात कहकर गाड़ी की आरसी दिखाने की बहाने घर में प्रवेश किया। उन्होंने जसविंदर से कहा कि पहले कुत्तों को कमरे में बंद कर दो। जसविंदर ने लुटेरों को पुलिस कर्मी समझ उनका कहना माना और कुत्तों को एक कमरे में बंद कर दिया।
गैैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया का नाम लेकर धमकाया
लुटेरों ने कहा कि वह गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के साथी हैैं। उसका नाम लेकर धमकाते हुए उन्होंने जसविंदर को धमकी दी कि तुम काफी समय से उसके साथ पंगा ले रहे और अब तुम्हें अंजाम भुगतना पड़ेगा। परंतु पुलिस की प्रारंभिक जांच में जसविंदर और जग्गू के बीच की किसी विवाद को लेकर कोई तथ्य सामने नहीं आया है।
तीन साथी बैठे रहे कार में, नौकरानी को बाहर से ही लौटाया
घटना के समय ही कुलवंत ङ्क्षसह के घर में काम करने वाली महिला पहुंची तो घर के बाहर कार में बैठे लुटेरों के साथियों ने उसे रोक लिया। घर में पुलिस जांच होने की बात कही। जिसके बाद वह डर गई और वहां से लौट गई।
फिलहाल आरोपितों की कोई पहचान सामने नहीं आई
एसएसपी देहात विक्रमजीत दुग्गल का कहना है कि अज्ञात लुटेरों पर थामा घरिंडा में केस दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल आरोपितों की कोई पहचान सामने नहीं आई है। घटनास्थल के आसपास कोई सीसीटीवी भी नहीं लगा है। जल्द ही लुटेरों का पता लगा लिया जाएगा।