जंगल से भटक कर बिजलीघर पहुंचे बारहसिघा तारों में फंसा, मौत
। पहाड़ों पर शुरू हुई बर्फबारी के बाद शनिवार की तड़के एक बारहसिघा जंगल से भटक कर शहर में पहुंच गया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
पहाड़ों पर शुरू हुई बर्फबारी के बाद शनिवार की तड़के एक बारहसिघा जंगल से भटक कर शहर में पहुंच गया। यह बेजुबान जानवर सुबह 7.35 बजे चाटीविड बाइपास स्थित बिजली घर में आ पहुंचा और वहां दीवारों पर लगी कंटीली तारों में फंस गया। इस दौरान वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। वन विभाग की टीम ने बिना जाल ही उसे पकड़ने का प्रयास किया। पकड़े जाने के बाद उसे उपचार के लिए ले जाया जा रहा था कि रास्ते में उसकी मौत हो गई।
जब बारहसिंघा बिजली घर की दीवार पर लगी कंटीली तारों को फांद कर अंदर पहुंचा तो कर्मचारियों ने गेट बंद कर लिया। एक महिला कर्मचारी ने तुरंत जिला वन अधिकारी सुरजीत सिंह सहोता के मोबाइल फोन पर इसकी सूचना दी। फॉरेस्ट रेंज टू अधिकारी जगदीश सिंह की हिदायतों पर टीम मौके पर पहुंच गई। कड़ी मशक्कत के बाद बारहसिघा को पकड़ कर वेरका स्थित पशु चिकित्सालय ले जाया जा रहा था कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। अधिकारी का कहना था कि भीड़ को देखकर बारहसिघा डर गया और साइलेंट अटैक से उसकी मौत हो गई। वेरका स्थित वेटरनरी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद उसे तारांवाला पुल की नहर पर दफना दिया गया। 20 नवंबर को कंपनी बाग में सांभर की हुई थी मौत
कंपनी बाग में 20 नवंबर की सुबह एक सांभर घुस आया था। वहां लोगों ने करीब चार घंटे तक उसे पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान वह लोहे के जंगले को फांदने की कोशिश में ग्रिल में फंस कर गंभीर जख्मी हो गया था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
अभी जिले में एक ही जाल है
जिले में सात रेंज ऑफिस हैं और प्रत्येक रेंज के लिए अलग-अलग कंट्रोल रूम बनाया गया है। तीन कर्मचारियों की स्टैंड बाय ड्यूटी लगाई गई है, जो इस तरह की सूचनाओं पर हर वक्त एक्शन के लिए तैयार रहते हैं। अभी जिले में एक ही जाल है, तो हर रेंज में अलग-अलग जाल तैयार रखने को कहा गया है।
-सुरजीत सिंह सहोता, डिवीजन फॉरेस्ट आफिसर, अमृतसर।