Citizenship amendment bill 2019: अफगानिस्तान, पाकिस्तान के शरणार्थियों ने भंगड़ा डाल जताई खुशी
Citizenship amendment bill 2019 अफगानिस्तान और पाकिस्तान के शरणार्थियों ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने पर खुशी जताई।
जेएनएन, अमृतसर। Citizenship amendment bill 2019: कई वर्षों से गुरु नगरी में रह रहे अफगानिस्तान और पाकिस्तान के शरणार्थियों ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल पास होने की खुशी में जहाज गढ़ में लड्डू बांटे और भंगड़ा डाला। इसके साथ ही केंद्र की मोदी सरकार का धन्यवाद किया।
अफगानिस्तान के काबुल से आकर यहां बसे सूरवीर सिंह ने कहा कि नागरिकता बिल पास होने पर उनके परिवारों में खुशी का माहौल है। अब वह खुद को भारत का नागरिक कहलवाने में गर्व महसूस होगा। अफगानिस्तान जाने की जरूरत नहीं रहेगी। इससे पहले उन्हें परिवार के हर सदस्य का हर साल वीजा बढ़वाना पड़ता था। हमेशा यह भय रहता था कि पता नहीं कब भारत सरकार उन्हें वापस भेजने के आदेश दे दे।
पाकिस्तान के पेशावर से आकर यहां बसे सुरजीत सिंह ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ 2000 में पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए थे। भारत की नागरिकता के लिए प्रशासन को कई बार लिखा, परंतु प्रयास सिरे नहीं चढ़े। अब नागरिक संशोधन बिल पास होने के बाद वे भारत के नागरिक बन सकेंगे।
पेशावर के ही प्रीतम सिंह ने कहा कि 2006 में वह परिवार सहित भारत आए थे। नागरिकता दिए जाने संबंधी राज्यसभा में बिल पास होने के बाद उन्हें भारत की नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो गया है। बिल पास होने से परिवार की महिलाओं को सबसे ज्यादा खुशी है। अब उन्हें मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड मिलेंगे और वह ड्राइविंग लाइसेंस भी बनवा सकेंगे।
वहीं, पेशावर के ही शिव कुमार भी 2005 में परिवार के साथ यहां आ गए थे। उन्होंने कहा कि अब उनकी बहनों और बेटियों का यहां रिश्ता हो सकेगा। पहले लोग शरणार्थी परिवारों से ऐसे संबंध बनाने से परहेज करते थे। मोदी सरकार ने उन पर जो उपकार किया है उसे लेकर वह सदैव उनके ऋणी रहेंगे।
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नागरिक संशोधन बिल-2019