Move to Jagran APP

निजी स्कूलों पर सीएलयू शर्त हटाने के लिए उठाई आवाज

सीएलयू की थोपी गई शर्त को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) व सरकार हटाकर निजी स्कूलों को राहत दे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 12:20 AM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 12:20 AM (IST)
निजी स्कूलों पर सीएलयू शर्त हटाने के लिए उठाई आवाज
निजी स्कूलों पर सीएलयू शर्त हटाने के लिए उठाई आवाज

संवाद सहयोगी, अमृतसर : मान्यता प्राप्त स्कूलों को पक्की मान्यता देने के समय चेंज आफ लैंड यूज (सीएलयू) की थोपी गई शर्त को पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) व सरकार हटाकर निजी स्कूलों को राहत दे।

loksabha election banner

उक्त मांग मान्यता प्राप्त व एफिलिएटिड स्कूल्स एसोसिएशन (रासा) के चेयरमैन गुरदीप सिंह रंधावा ने वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार, पीएसईबी के चेयरमैन योगराज शर्मा,वाइस चेयरमैन डा. वरिदर भाटिया व पीएसईबी के चीफ टाउन प्लानर पंकज बावा के समक्ष मंगलवार दोपहर वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए रखी।

गुरदीप सिंह रंधावा ने वरीय अधिकारियों को कहा कि एसोसिएट्स व अस्थायी मान्यता प्राप्त स्कूलों को बोर्ड से पक्की मान्यता देने के लिए लगाई सीएलयू की शर्त हटाई जाए। इन स्कूलों के लिए सीएलयू लेने के लिए निर्धारित शर्त किसी भी हालत में पूरी करना संभव नहीं है। जब यह स्कूल एसोसिएट्स किए गए थे उस समय सीएलयू जरूरी नहीं था। यदि आज यह शर्त लगाई जाती है तो वह इन स्कूलों से सरासर धक्का होगा। उन्होंने कहा कि नई मान्यता लेने व पहले से एफिलिएटिड स्कूलों की अपग्रेडेशन की शर्त भी नरम की जाए ताकि स्कूल दूसरे बोर्ड से मान्यता लेने को प्राथमिकता न दें। उन्होंने शहरों की तर्ज पर गांवों के स्कूलों के लिए भी जगह की शर्त नरम करके एकरूपता लाने की अपील की।

यह पहली बार था कि वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये रासा के प्रतिनिधि बोर्ड व शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों से रू-ब-रू हुए। रासा महासचिव सुजीत शर्मा बबलू ने सरकार द्वारा उनकी मांगों को सुना जाना स्कूलों के लिए शुभ संकेत माना है। उन्होंने उम्मीद प्रकट की है कि जल्द उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.