200 करोड़ किए जा रहे खर्च, रेलवे स्टेशन पर मिलेंगी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं
। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए रेल मंत्रालय और पर्यटन विभाग मिलकर काम कर रहा है।
हरीश शर्मा, अमृतसर
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए रेल मंत्रालय और पर्यटन विभाग मिलकर काम कर रहा है। रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार करने के लिए डिजाइन बनाया गया है। इसके लिए बाकायदा 200 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है।
इस प्रोजेक्ट पर मार्च 2019 से काम शुरू हो चुका है। इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट टीम स्टेशन पर दी जाने वाली सुविधाओं को लेकर गंभीर है और पूरा फीडबैक ले रही है। इस कड़ी में यात्रियों की हरेक समस्या को जांचा और परखा जा रहा है। ताकि नए तैयार होने वाले मॉडल रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को कोई मुश्किल पेश न आए।
रेलवे स्टेशन पर यह सुविधाएं होंगी
रेलवे स्टेशन पर अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं होंगी, जिनका यात्री लाभ ले पाएंगे। इसमें मल्टीलेवल पार्किंग, हर प्लेटफार्म पर आने-जाने के लिए एसकेलेटर, साथ ही रैंप, रेलवे स्टेशन फुली एसी होगा, कमर्शियल एरिया, जिसमें रेस्टोरेंट, कैफेटेरिया, दुकानें, प्री-पेड टैक्सी बूथ, शेड, स्टेशन के अंदर बने फुट ब्रिज को पूरी तरह से ग्लास के साथ कवर किया जाएगा, अंतराष्ट्रीय स्तर के वेटिग रूम, फाइव स्टार होटल की तरह टायलेट सहित कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह पूरा प्रोजेक्ट अगले दो से तीन साल में मुकम्मल करने की योजना है।
इन जगहों की हो रही रेनोवेशन
रेलवे स्टेशन के दोनों एंट्री प्वाइंट पर एसकेलेटर बन चुके हैं। उनको अच्छे से मेंटेन किया जा रहा है ताकि बुजुर्ग यात्रियों को चढ़ने-उतरने में समस्या न हो। दोनों तरफ की टिकट बुकिग विडो नई बनवाई गई है। दो नए प्लेटफार्म तैयार हो चुके हैं जिससे आउटर पर ट्रेन खड़ी होने की समस्या लगभग खत्म हो चुकी है। सिग्नल इलेक्ट्रोनिक कर दिए गए हैं। डिसप्ले विडो लगाई जा रही है। सफाई की नई मशीनें लगा दी गई हैं। रेलवे स्टेशन पर एम्बुलेंस और फायर बिग्रेड की व्यवस्था की जा रही है। बुजुर्ग यात्रियों के लिए कार्ट व व्हील चेयर्स का प्रबंध किया जा रहा है। पार्किंग को अपग्रेड किया जा रहा है ताकि यात्रियों को वाहन पार्क करने में कोई समस्या पेश न आए। म्यूजियम बताएगा रेलवे स्टेशन का इतिहास
1862 में बने अमृतसर रेलवे स्टेशन पर म्यूजियम भी तैयार करवाया जा रहा है। यह म्यूजियम पुरानी टिकट विडो वाली जगह पर बनाया जा रहा है। रेलवे की हेरिटेज कमेटी ने स्टेशन का दौरा कर कुछ दिन पहले सारी रिपोर्ट तैयार कर ली है। हेरिटेज कमेटी द्वारा ऐतिहासिक सामग्री मुहैया करवाई गई है। इसे म्यूजियम में डिसप्ले किया जाएगा। इस सामग्री में बर्तानिया हुकूमत के समय से लेकर कई ऐसे दुर्लभ फोटो हैं जो आज तक किसी ने नहीं देखे। अमृतसर रेलवे स्टेशन की शुरुआत 1862 में हुई थी। तब महज एक या दो ट्रेनें ही चलाई गई थीं। अमृतसर से चलने वाली सबसे पहली ट्रेन की फोटो, उसके अंदर सीटें किस तरह की थी, किसने हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया आदि ऐतिहासिक तस्वीरें इस म्यूजियम में लगाई जाएंगी। डेढ़ महीने तक यह म्यूजियम बनकर तैयार हो जाएगा।