डीएवी मैनेजमेंट के खिलाफ मुखर हुए कॉलेजों के अध्यापक
। पंजाब एंड चंडीगढ़ कॉलेज टीचर यूनियन (पीसीसीटीयू) के आह्वान पर पंजाब और चंडीगढ़ के सभी डीएवी कॉलेजों के अध्यापकों ने सोमवार को काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
पंजाब एंड चंडीगढ़ कॉलेज टीचर यूनियन (पीसीसीटीयू) के आह्वान पर पंजाब और चंडीगढ़ के सभी डीएवी कॉलेजों के अध्यापकों ने सोमवार को काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन किया। अध्यापकों के रोष की वजह उनकी चिरलंबित मांगों को डीएवी मैनेजिग कमेटी नई दिल्ली द्वारा लागू ना करना है। जिला प्रधान डॉ. बीबी यादव ने बताया कि डीएवी कॉलेज सहित, बीबीके डीएवी कॉलेज और डीएवी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के समूह अध्यापकों ने अपनी जायज मांगों को लागू करवाने के लिए मोर्चा लगाया है। लंबे समय से अध्यापक वर्ग के पदोन्नति संबंधी केस लटक रहे हैं, जिन्हें तकरीबन दो सालों से देना बनता है। कितु मैनेजिग कमेटी के साथ समय-समय पर हुई बातचीत के जरिए हल निकालने की कोशिश की गई, मगर मैनेजिग कमेटी की नीति हमेशा टालमटोल वाली ही रही है।12 अगस्त 2019 को मैनेजिग कमेटी के प्रतिनिधियों और अध्यापक संगठनों के पदाधिकारियों की एक बैठक डीएवी कॉलेज जालंधर में हुई थी, जिसमें अधिकारिक तौर पर लिखित फैसला हुआ था कि जितने भी पदोन्नति के केस बनते हैं, उन्हें दो महीनों के भीतर यानी 12 अक्टूबर 2019 तक निपटा दिया जाएगा। बावजूद इसके मैनेजिग कमेटी अपना वादा पूरा नहीं कर सकी, जिसके चलते संगठन की केंद्रीय कमेटी द्वारा पूरे सात दिनों बाद आज मोर्चा लगाने का फैसला लिया गया है।
डीएवी कॉलेज में अटके हैं पदोन्नति के केस
डॉ. यादव ने बताया कि डीएवी कॉलेज मैनेजिग कमेटी को सूचित भी कर दिया गया था, मगर कोई सुनवाई ना होने पर राज्य के सभी डीएवी कॉलेजों में काले बिल्ले लगाकर अपना रोष व्यक्त किया गया है। आने वाले दिनों में संघर्ष को तेज किया जा सकता है। डीएवी कॉलेज के प्रधान डॉ. गुरदास सिंह सेखों, उपप्रधान डॉ. मलकीत सिंह और महासचिव डॉ. मनीष गुप्ता ने बताया कि इस कॉलेज में सभी अध्यापकों ने काले बिल्ले लगाकर मैनेजमेंट कमेटी को अलार्म दिया है, मैनेजिग कमेटी को गहरी नींद से जगाया जा सके। उन्होंने बताया कि डीएवी कॉलेज में ही लगभग 18 से लेकर 20 अध्यापकों की पदोन्नति के केस लटके हुए हैं, जिनकी जुलाई 2017 को ही पदोन्नति में जानी चाहिए थी। क्योंकि दिसंबर 2019 में उनकी रिटायरमेंट हैं और आज उन केसों का निपटारा ना होना चिता का विषय है। इस मौके पर प्रो. राजेश मितु, संजीव दत्ता, विकास भारद्वाज, आशु विज, अमनजोत कौर, रवि शर्मा, उल्लास चोपड़ा, हरसिमरन आनंद, रुपिदर सिद्धू, जीएस सिद्धू, मदन मोहन, रजनी खन्ना, दर्शनदीप अरोड़ा, डेजी शर्मा, विक्रम चौधरी, रवि कांत झा, अजय कुमार, अनिता महाजन, जेजे महेंद्रू, समीर कालिया, विक्रम शर्मा आदि मौजूद थे।