आज भी सुबह चार घंटे बस अड्डा रहेगा बंद, बाहर से बस में बैठें
पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन ने मंगलवार को अमृतसर बस स्टैंड के मुख्य गेट पर धरना दिया।
संवाद सहयोगी, अमृतसर: पंजाब रोडवेज पनबस कांट्रैक्ट वर्कर यूनियन और पीआरटीसी के अस्थायी कर्मचारियों ने मंगलवार को सुबह 10 से एक बजे तक अमृतसर बस स्टैंड के मुख्य गेट पर धरना देकर बसों के आवागमन को बंद कर दिया। इससे यात्रियों को मुश्किल का सामना करना पड़ा। प्रदर्शन के कारण पंजाब रोडवेज पनबस की कई बसें प्रभावित हुई। हालांकि प्राइवेट व सरकारी बसें मुख्य सड़क से ही चलीं जो बसे भीतर बस अड्डे में थी वो चार घंटे के लिए अंदर बंद रहीं। इससे करीब 200 बसें प्रभावित हुई। चार अगस्त को भी बस अड्डे पर धरना देकर चार घंटे के लिए पहिया जाम किया जाएगा और मुख्यमंत्री का पुतला भी जलाया जाएगा।
यूनियन के धरने के कारण यात्री परेशान हुए। काफी यात्री बस अड्डे के अंदर बसों का इंतजार कर रहे थे। वहीं कई दूसरे प्रदेशों की बसें भी खड़ी थी जिनको बाहर जाने के लिए चार घंटे तक इंतजार करना पड़ा। मिनी बसें भी प्रभावित हुई जिससे छोटे रूट में जाने वाले यात्रियों को परेशानी हुई। लोगों को मुख्य सड़क से बसों में सफर करना पड़ा। इससे वहां पर जाम की स्थिति बनी रही। चाहे पुलिस ने यातायात को कंट्रोल करने के लिए काफी पुलिस मुलाजिम लगाए थे पर फिर भी लोगों में जाम में फंसना पड़ा। सरकार मांगों को पूरी करने: जोध सिंह
धरने में प्रदेश के सीनियर उपाध्यक्ष जोध सिंह, प्रदेश नेता सुखदेव सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा ट्रांसपोर्ट विभाग के समूह अस्थायी कर्मचारियों को पक्का करने की मांग बार-बार की जा रही है पर सरकार टालमटोल कर रही है। उनको पिछले 14 साल से पक्का नहीं किया जा रहा है। सरकार कानून बना रही है कि जो कर्मचारी 10 वर्ष ठेके पर काम कार्य है, उसको रेगुलर किया जाएगा। बाकी स्टाफ को आउटसोर्सिंग स्टाफ में रखा जाएगा। इस कानून का सभी मुलाजिम विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पंजाब रोडवेज तथा पीआरटीसी की कम से कम 10 हजार बसों का प्रबंध करे। उन्होंने कहा कि नौ से 11 अगस्त तक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह व कांग्रेस पंजाब के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू का पुतला जलाया जाएगा।