प्रोटीन पाउडर का खेल, युवक की किडनियां हुईं फेल
हर युवा की चाह होती है कि वह सिक्स पैक एब्स बनाए। उसकी बॉडी ऐसी हो कि देखने वाले तारीफ किए बगैर न रहे।
नितिन धीमान, अमृतसर : हर युवा की चाह होती है कि वह सिक्स पैक एब्स बनाए। उसकी बॉडी ऐसी हो कि देखने वाले तारीफ किए बगैर न रहे। इसी चाह को पूरा करने के लिए ज्यादातर युवा जिम में पसीना बहाने के साथ-साथ प्रोटीन युक्त पाउडर का धड़ाधड़ सेवन करते हैं। मसल्स में फुलावट प्रदान करने वाला यह पाउडर कई बार ¨जदगी पर भारी पड़ जाता है। ऐसी ही एक घटना बटाला निवासी 28 वर्षीय बबलप्रीत ¨सह के साथ हुई।
सात समंदर पार रोजगार के लिए गए बटाला निवासी बबलप्रीत ¨सह व उसके भाई कंवलप्रीत ¨सह को बहरीन में नौकरी मिल गई। खुद को फिट रखने का जज्बा बबलप्रीत को जिम तक ले गया। जिम में घंटों कसरत करने के साथ-साथ उसने प्रोटीन पाउडर का सेवन शुरू कर दिया। इसका शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ा। एक रोज बबलप्रीत के पेट की दायीं तरफ तेज दर्द उठा। डॉक्टर के कहने पर सीटी स्कैन करवाया तो खुलासा हुआ कि दोनों किडनियां जवाब दे चुकी हैं। इस घटना के बाद बबलप्रीत इतना टूट गया कि अपने भाई के साथ वतन लौट आया। यहां निजी अस्पताल में डायलिसिस करवाता रहा, लेकिन अंतत: डॉक्टर ने किडनी ट्रांसप्लांट करवाने को कहा।
सोमवार को बड़े भाई कंवलप्रीत ¨सह के साथ अमृतसर स्थित गुरुनानक देव अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट कमेटी के समक्ष पेश हुए बबलप्रीत ¨सह ने अपनी सारी व्यथा बताई। उसके भाई कंवलप्रीत ¨सह ने कहा कि वह अपनी किडनी देकर भाई की जान बचाना चाहता है। किडनी कमेटी ने कुछ कागजी औपचारिकताओं के बाद किडनी ट्रांसप्लांट की स्वीकृति दे दी। बबलप्रीत ने कहा कि प्रोटीन पाउडर ने उसकी ¨जदगी तबाह कर दी। लोगों को यही नसीहत दूंगा कि वे बॉडी बनाने के लिए किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट का सेवन न करें।
इधर, किडनी ट्रांसप्लांट ऑथोराइजेशन कमेटी के पास वीरवार को तीन और लोग आए, जो किडनी ट्रांसप्लांट करवाना चाहते थे। इनमें होशियारपुर के संत नगर निवासी 57 वर्षीय रामलुभाया को किडनी देने के लिए उनका 32 वर्षीय भतीजा गुरमीत लाल आगे आया। इसी प्रकार गुरदासपुर के काला अफगाना में रहने वाले 58 वर्षीय अवतार ¨सह को किडनी देने के लिए उनकी पत्नी सिमरजीत कौर ने कमेटी के समक्ष पेशकश रखी। वहीं अमृतसर के गांव चीमा बाट निवासी 54 वर्षीय गुरमीत बाठ को उनके छोटे भाई सर्बजीत ¨सह ने अपनी किडनी देने का प्रस्ताव कमेटी के सामने रखा। कमेटी ने इन सभी मरीजों व उनके संबंधियों के दस्तावेजों की गहन जांच की। इस दौरान गांव चीमा बाठ निवासी गुरमीत बाठ के दस्तावेजों में कुछ खामियां पाई गईं। कमेटी के चेयरमैन डॉ. सु¨रदर पाल ने इस परिवार से कहा कि वह दस्तावेजों में सुधार करवा लें। इसके बाद अगली मी¨टग में दस्तावेज पेश करके किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति प्रदान कर लें।