'हरिद्वार-अमृतसर सुपरफास्ट ट्रेन समय पर चलाने का प्रबंध करें रेल मंत्री'
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि लंबे संघर्ष के बाद हरिद्वार-अमृतसर के बीच तेज गति वाली ट्रेन चलाई गई थी।
संस, अमृतसर: पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि लंबे संघर्ष के बाद हरिद्वार-अमृतसर के बीच तेज गति वाली ट्रेन चलाई गई थी। अफसोस है कि इतने वर्ष बीतने के बाद भी हरिद्वार जैसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान के लिए यह गाड़ी न चलने के बराबर है। जो ट्रेन सुबह अमृतसर से हरिद्वार के लिए जाती है, वो दोपहर बाद चलती है। जो लोग हरिद्वार से सुबह अमृतसर के लिए वापस आना चाहते हैं, उनको प्रतीक्षा करनी पड़ती है। ऐसे में उनका पूरा दिन खराब हो जाता है।
प्रो. चावला ने कहा कि क्या हरिद्वार का महत्व भारत सरकार नहीं जानती? हरिद्वार अब तो व्यापार का भी केंद्र है। अच्छा होता रेल मंत्री स्वयं इस कमी को दूर करते। शीघ्र ही अमृतसर-हरिद्वार और हरिद्वार-अमृतसर के बीच तेज गति गाड़ी समय पर चलाई जाए। उन्होंने कहा कि अफसोस यह हैं कि अमृतसर व पंजाब के सांसदों ने भी इस विषय को आज तक नहीं उठाया। उन्हें गर्व है कि यह हमारे संघर्ष का परिणाम था कि हरिद्वार-अमृतसर के बीच गाड़ी चली, पर आज तक अधूरे प्रबंध ही हैं।
दूसरी तरफ कोरोना काल के समय से बंद पड़ी नई दिल्ली-अमृतसर शताब्दी एक्सप्रेस (02014) रविवार को सुबह 4 बजकर 50 मिनट पर रवाना हुई। यह ट्रेन एक वर्ष के बाद अमृतसर से रवाना हुई है। पिछले वर्ष कोरोना के कारण रेलवे ने कई ट्रेनों को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया था। धीरे धीरे अब इन ट्रेनों को शुरू किया जा रहा है। इसी कड़ी में शताब्दी एक्सप्रेस भी बंद कर दी गई थी। रविवार को अमृतसर से यह ट्रेन 169 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। कोरोना काल के बाद ऐसा पहली बार है कि शताब्दी एक्सप्रेस में इतनी कम संख्या में यात्री रवाना हुए हैं।