कोविड के दो सालों में उद्योग जगत को बहुत सीखने को मिला: प्रो. राममूर्ति
भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) अमृतसर की ओर से वार्षिक कान्क्लेव संक्षेत्र-21 का आयोजन आफलाइन मोड पर किया गया। कान्क्लेव में संस्थान के निदेशक प्रो. नागराजन राममूर्ति ने संचालन और रणनीति के क्षेत्र में आए बदलावों व वर्तमान रुझानों पर प्रकाश डाला।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइआइएम) अमृतसर की ओर से वार्षिक कान्क्लेव संक्षेत्र-21 का आयोजन आफलाइन मोड पर किया गया। कान्क्लेव में उद्योग जगत से जुड़े दिग्गजों ने संस्थानों के संचालन और रणनीति के क्षेत्र में बदले तौर तरीकों पर चर्चा की। संस्थान के निदेशक प्रो. नागराजन राममूर्ति ने संचालन और रणनीति के क्षेत्र में आए बदलावों व वर्तमान रुझानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कोविड के दो सालों ने उद्योग जगत को बहुत कुछ नया सीखने को दिया। कार्यक्रम की पहली पैनल चर्चा संचालन विषय पर रही। इसमें अरविंद एआर और प्रतीक सांखे ने हाल के दिनों में हुए विभिन्न व्यवधानों पर प्रकाश डाला। पैनल चर्चा के मुख्य वक्ता एक्सेंचर आपरेशंस, सप्लाई चेन एंड नेटवर्क आपरेशंस के एमडी शेखर तिवारी ने कहा कि जिस तरह से सप्लाई चेन में हो रहे बदलाव का हम सामना कर रहे हैं, उसे संभालने का सही तरीका भी हमें सीखना होगा।
आइआइएम अमृतसर के वार्षिक कान्क्लेव संक्षेत्र-21 में संचालन और रणनीति विषयों पर चर्चा
कार्तिकेयन नटराजन ने पिछले 20 वर्षों में हुए विभिन्न परिवर्तनों का हवाला देते हुए कहा कि समय के साथ इन्हें समझना और अपनाना जरूरी है। पैनल चर्चा में साइएंट लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक और सीओओ कार्तिकेयन नटराजन, इंटास फार्मास्यूटिकल्स के वरिष्ठ वीपी आपूर्ति शृंखला के गगन भारद्वाज, मार्निंग स्टार संचालन के निदेशक कपिल सभ्रवाल, इमेजिनस इंजीनियङ्क्षरग प्रा. लिमिटेड के निदेशक दीपक जायसवाल, अपोलो हास्पिटल्स इंटरनेशनल लिमिटेड के सीओओ नीरज राजबिहारी ने भी अपने विचार रखे।
दूसरी पैनल चर्चा कार्बन तटस्थता पर व्यापार रणनीति पर रही। मुख्य भाषण में थिसेनक्रुप इंडस्ट्रियल साल्यूशंस के सीएसओ और कार्यकारी निदेशक, बाजार विकास केएस राव ने सभी को कार्बन उत्सर्जन को गंभीरता से देखने की चेतावनी दी। 2070 तक भारत कार्बन न्यूट्रल बन सकता है। इसमें जीएमआर समूह के मुख्य वाणिज्यिक और रणनीति अधिकारी सुबीर हाजरा, लिशियस के मुख्य गुणवत्ता और स्थिरता अधिकारी राजेश के., टेक महिंद्रा के वीपी मंदार जोशी, एंपरसेंड ग्रुप के सीएसओ अमित दत्ता ने भी अपने विचार रखे।