प्री-प्राइमरी कक्षाएं आज से, दाखिला बढ़ने से स्कूल हुए गुलजार
अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर : प्री-प्राइमरी कक्षा शुरू होने से पहले गुलजार हो गए है। जिले के सर
अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर : प्री-प्राइमरी कक्षा शुरू होने से पहले गुलजार हो गए है। जिले के सरकारी प्राइमरी स्कूलों में शुरू की गई प्री-प्राइमरी कक्षा के कारण नौनिहालों की संख्या लगभग दस हजार के आंकड़े को पार कर गई है। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस 14 नवंबर पर शुरू होने वाली प्री-प्राइमरी कक्षाओं के क्लास रूम अब प्राइवेट अंग्रेजी स्कूलों की तर्ज पर होंगे। सरकारी स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाओं के बच्चों की शिक्षा की ओर आकर्षित करने के लिए जहां क्लास रूम में पुस्तक और खिलौने के विशेष कार्नर स्थापित होंगे। वहीं अध्यापक बच्चों को बाल गीत और दिलचस्प कहानियां सुनाकर उनका मनोरंजन करेंगे।
इसके अलावा 14 नवंबर को पंजाब के प्राइमरी स्कूलों में प्री-प्राइमरी क्लासों की शुरुआत पर अध्यापक बच्चों के लिए स्वागती कार्यक्रम का आयोजन होगा। शिक्षा विभाग द्वारा प्राइमरी स्कूलों का रूप अनोखा बनाने के लिए ऐसी पहलकदमी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार के निर्देश पर राज्य भर के प्राइमरी स्कूलों में आज से प्री-प्राइमरी कक्षा शुरू होगी। सरकार के निर्देशों को व्यवहार रूप देते हुए शिक्षा विभाग उक्त कक्षाओं के बच्चों को आकर्षक ढंग से पढ़ाई करवाने में कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहता। विभाग के सचिव ने प्रदेश के समूह जिला शिक्षा अधिकारी को जारी पत्र में दिया गया है कि हरेक क्लास रूम में बच्चों को प्रेरित करने वाली किताबें और खिलौनों के कॉर्नर बनाए जाएं। इसके अलावा 14 नवंबर को बच्चों के लिए चार्ट, पोस्टर, बैनर आदि लगा कर कमरे विशेष तौर पर तैयार किए जाएं। बच्चों की रजिस्ट्रेशन के लिए एक विशेष काउंटर लगाया जाए। जहां मौजूद रजिस्टर में तीन से छह साल के बच्चों को दाखिल करके उसका नाम दाखिला खारिज और हाजिरी रजिस्टर में दर्ज किया जाए।
जिले में 847 प्राइमरी स्कूल है। इन्हीं स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षा शुरू की गई है। इन स्कूलों में बच्चों का आंकड़ा दस हजार को पार कर गया है। लगभग 1800 आंगनवाड़ी सेंटरों के बच्चे, वर्कर व हेल्पर प्री-प्राइमरी स्कूलों में मर्ज होंगे। वह भी इन स्कूलों में अपनी कक्षाएं अध्यापकों की देखरेख में शुरू करेंगे।
अध्यापकों ने किया घर-घर सर्वेक्षण
विभाग ने पत्र में स्पष्ट किया था कि सरकारी अध्यापक घर घर जाकर तीन से छह साल के बच्चों को स्कूलों में दाखिल करने के लिए विशेष सूची तैयार करेंगे। उसके अनुरूप अध्यापकों ने घर घर जाकर सर्वेक्षण किया और बच्चों के अभिभावकों को स्कूल में डालने के लिए प्रेरित किया।
स्कूल में स्ट्रेंथ बढ़ने के लिए शिक्षक बधाई के पात्र : डिप्टी डीईओ
डिप्टी डीईओ ऐलीमेंट्री भु¨पदर कौर से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूलों में स्ट्रेंथ बढ़ी है। 14 नवंबर को स्कूलों में जो भी अभिभावक प्री-प्राइमरी कक्षा में बच्चे को दाखिल करवाने आएगा उसको सम्मानित किया जाएगा। अध्यापकों ने भी मेहनत की है। स्कूलों में स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए वह बधाई के पात्र है। डिप्टी डीईओ भु¨पदर कौर कोटली सक्किया वाली, फताहपुर प्राइमरी व भराड़ीवाल प्राइमरी स्कूलों में होने वाले समारोह में शिरकत करेगी।
102 तक बढ़ी गिनती
सरकारी प्राइमरी स्कूल ¨भडी सैदा में हेड मास्टर पर¨मदर ¨सह के कहने के अनुसार प्री-प्राइमरी कक्षा शुरू होने से उनके स्कूल में लगभग 102 विद्यार्थियों की संख्या बढ़ गयी है। फिलहाल क्लासें शुरू होने के बाद यह संख्या और बढ़ेगी। सरकारी प्राइमरी स्कूल फैजपुरा में 32, वरिया प्राइमरी स्कूल 30, कोटला डूम प्राइमरी स्कूल 35, कोटला सराज लुहार में 35, झंजोटी प्राइमरी स्कूल में 40, भैणी 25, गुमानपुरा में 50 विद्यार्थियों की संख्या का इजाफा हुआ है।
1500 रुपये की राशि मिलेगी खिलौनों के लिए
प्रत्येक स्कूल को बच्चों के खिलौनों के लिए लगभग 1500 रुपये की राशि देने का प्रावधान किया गया है। यह राशि बहुत ही कम है। मुख्य अध्यापकों व हेड मास्टरों ने कहा कि बच्चों की गिनती 100 तक बढ़ी है। ऐसे में 1500 रुपये में कौन सा खिलौने बच्चों को लेकर दिया जाएगा। बच्चों को यह राशि बढ़ानी चाहिए।