नशे व गुंडागर्दी की हेल्पलाइन नंबर 112 पर करें शिकायत
। आपके इलाके में अगर कोई नशा बेचता है या गुंडागर्दी करता है तो शिकायत करने के लिए थाने में जाने की जरूरत नहीं। बल्कि हेल्पलाइन नंबर 112 पर शिकायत कर सकते हैं।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : आपके इलाके में अगर कोई नशा बेचता है या गुंडागर्दी करता है तो शिकायत करने के लिए थाने में जाने की जरूरत नहीं। बल्कि हेल्पलाइन नंबर 112 पर शिकायत कर सकते हैं। यह हेल्पलाइन नंबर आम जनता के लिए पुलिस की सूचना देने व अधिकारियों से मिलने के लिए समय लेने के लिए भी सहायी है।
नेशनल इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम (एनइआरएस) के तहत जुलाई महीने में यह सुविधा शुरू हुई थी। सीमावर्ती जिले से संबंधित करीब 250 लोग रोजाना हेल्पलाइन नंबर 112 का लाभ ले रहे हैं। जुलाई माह में 6880, अगस्त में 7482 लोगों ने इस हेल्पलाइन नंबर से जुड़कर पुलिस सेवाएं लीं। विभिन्न मामलों के भगोड़े आरोपितों की सूचना देने, घरेलू हिसा का शिकार महिलाओं द्वारा पुलिस मदद लेने, सार्वजनिक स्थान पर भीड़ इकट्ठी करके कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने, ट्रैफिक नियमों का दुरुपयोग करने की सबसे अधिक शिकायतें इस पर मिली हैं। इतना ही नहीं, किसी भी पुलिस अधिकारी से अपनी शिकायत संबंधी राबता करने लिए अगर आपको समय नहीं मिल रहा तो यह हेल्पलाइन नंबर आपके लिए बहुत उपयोगी है। चौकी इंचार्ज से लेकर सब डिवीजन में तैनात डीएसपी रैंक के अधिकारी का नाम व संपर्क नंबर इस हेल्पलाइन नंबर पर उपलब्ध है। सार्वजनिक स्थानों पर लगेंगे बोर्ड
थाना वैरोंवाल, झब्बाल, सराय अमानत खां, सिटी तरनतारन, सदर तरनतारन, गोइंदवाल साहिब, चोहला साहिब, पट्टी, सदर पट्टी, हरिके पत्तन, वल्टोहा, खालड़ा, सरहाली कलां, भिखीविंड, कच्चा-पक्का, खेमकरण में आते प्रत्येक कस्बे व गांवों में हेल्पलाइन नंबर 112 के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मुहिम चलाने का पुलिस प्रशासन ने फैसला लिया है। इसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर हेल्पलाइन नंबर 112 के बोर्ड लगाए जाएंगे। अब फील्ड में अधिक नजर आएगी पुलिस : एसएसपी
एसएसपी ध्रुमन एच निंबाले ने बताया कि सब डिवीजन तरनतारन, पट्टी, भिखीविंड, गोइंदवाल साहिब में तैनात डीएसपी रैंक के अधिकारी पहले रात के समय नाकों पर तैनात पुलिस जवानों की समीक्षा करते थे। अब नाकों पर कम व फील्ड में पुलिस अधिक नजर आएगी। उन्होंने बताया कि जिले में 2182 पुलिस कर्मियों की नफरी है। इनमें से आधे जवानों की भी पुलिस थानों में तैनाती नहीं थी। निंबाले ने बताया कि मैंने अपनी पोस्टिंग होते ही बिना वजह ड्यूटी से गैर हाजिर व दफ्तरों में वर्षो से काम करने वाले पुलिस कर्मियों को थानों में तैनात किया है। जिले के प्रत्येक थाने में अब एनजीओ रैंक का अधिकारी तैनात हो चुका है। संगीन अपराध व नशे से संबंधित आरोपितों को अदालतों में राहत न मिले, इसीलिए एफआइआर दर्ज करने लिए ओआरबी रैंक के अधिकारियों की ड्यूटी नहीं लगेगी।