अमृतसर आतंकी हमला: जल्द ही हाेंगे बड़े खुलासे, गिरफ्तार युवक से राज उगलवा रही पुलिस
अमृतसर के गांव अदलीवाल में हुए अातंकी हमले के मामले में पकड़ गए हमलावर बिक्रमजीत सिंह काे आज अजनाला की अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर दे दिया।
अजनाला/चंडीगढ़,जेएनएन। अमृतसर के गांव अदलीवाल में हुए अातंकी हमले के मामले में पकड़े गए हमलावर बिक्रमजीत सिंह काे आज अजनाला की अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर दे दिया। अब पुलिस उससे विस्तार से पूछताछ का पूरी साजिश का पता लगाएगी। इसके साथ ही फरार दूसरे हमलावर के बारे में भी पता लगाएगी। पुलिस सूत्राें का कहना है कि इस आतंकी हमले के मामले में और बड़े खुलासे होंगे। मुख्यमंत्री ने बुधवार को बताया था कि हमला खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसअाइ के इशारे पर किया था। पुलिस का कहना है कि मुख्य हमलावर अवतार सिंह को भी जल्द दबोच लिया जाएगा।
कोर्ट ने बिक्रमजीत को पांच के दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा, फरार हमलावर का जल्द दबोचेगी पुलिस
बिक्रमजीत सिंह को आज बेहद कड़ी सुरक्षा के बीच अजनाला की कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान पुलिस ने पूरे कोर्ट परिसर को अपने घेरे में ले लिया। आने जाने वाले वाहन और लोगों को गहन चेकिंग के बाद ही अदालत परिसर में जाने दिया गया। बिक्रमजीत सिंह को सीनियर डिवीजन जज राधिका पुरी की कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत से बिक्रमजीत का 14 दिनों का रिमांड मांगा।
पुलिस ने कहा कि यह अति गंभीर मामला है अौर पूरी साजिश का पता लगाने के लिए बिक्रमजीत से पूछताछ जरूरी है। पुलिस के वकील रंजीत सिंह ने अदालत से कहा कि रिमांड के दौरान आरोपित से हथियार रिकवर करने की कवायद होगी। उसके साथियों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी। अदालत ने पुलिस को बिक्रमजीत का पांच दिन का रिमांड दिया।
अमृतसर के अदलीवाल गांव में ग्रेनेड हमला करने वाले बिक्रमजीत सिंह और अवतार सिंह।
बता दें कि रविवार को अमृतसर के अदलीवाल गांव स्थित निरंकारी भवन में सत्संग के दौरान आतंकी हमला हुआ था। दो युवकों ने वहां ग्रेनेड से हमला किया था। इससे तीन लोगों की मौत हो गई थी और करीब 20 लोग घायल हो गए थे। इस मामले में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को खुलासा किया था कि बिक्रमजीत सिंह और अवतार सिंह नामक युवकों ने यह अातंकी वारदात की थी। पंजाब के बॉर्डर क्षेत्र के गांव चक मिश्री खां निवासी 32 वर्षीय अवतार सिंह ने ग्रेनेड फेंका था और बिक्रमजीत सिेंह उसके साथ था।
आइएसआइ ने केएलएफ के माध्यम से कराया हमला
पुलिस ने निरंकारी भवन पर ग्रेनेड से हुए आतंकी हमले की गुत्थी 72 घंटे में सुलझा ली है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को चंडीगढ़ में खुलासा किया था कि यह हमला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) के आतंकियों से करवाया था। पुलिस ने इस हमले को अंजाम देने वाले राजासांसी के धारीवाल निवासी 26 वर्षीय बिक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार किया है।
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उन्होंने बताया कि बिक्रमजीत सिंह ने घटना के समय सेवादार को गन प्वाइंट पर लिया था। ग्रेनेड उसके साथी चक मिश्री खां निवासी 32 वर्षीय अवतार सिंह ने फेंका था। बाद में दोनों मोटरसाइकिल पर बैठ कर भाग गए थे। इस घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी पुलिस ने बरामद कर ली। धारीवाल और चक मिश्री खां गांव अमृतसर के बॉर्डर एरिया में पड़ते हैं। कैप्टन ने कहा कि यह पूर्ण रूप से आतंकी घटना थी और इसे खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) ने अंजाम दिया। यह सब आइएसआइ के इशारे पर हुआ। हमले में इस्तेमाल ग्रेनेड पाकिस्तान में ही तैयार हुआ था।
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केएलएफ का प्रचार करते थे दोनों हमलावर, कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं
कैप्टन अमरिंदर ने बताया कि दोनों ही हमलावर केएलएफ का प्रचार करते थे। हालांकि दोनों की कोई आपराधिक बैकग्राउंड नहीं है। अदलीवाल से बिक्रमजीत का गांव धारीवाल मात्र नौ किलोमीटर दूर है। यहां से घटनास्थल तक बाइक पर 8 से 10 मिनट में पहुंचा जा सकता है। अवतार सिंह के गांव चक मिश्री खां की अदलीवाल से दूरी 23 किलोमीटर है। चक मिश्री खां से पाकिस्तान बॉर्डर लगभग 16 किलोमीटर दूर है। धारीवाल गांव बॉर्डर से 35 किलोमीटर दूर है। दोनों चक मिश्री खां में कई बार मिले और वहीं पूरी साजिश रची।
केएलएफ चीफ हैप्पी ने मुहैया करवाया था ग्रेनेड, शीशम के पेड़ के नीचे छिपाया था
मुख्यमंत्री ने कहा कि आरएसएस, शिवसेना और डेरा सच्चा सौदा के नेताओं की हत्या के मास्टरमाइंड व केएलएफ चीफ हरप्रीत सिंह हैप्पी ने हमलावरों को हैंड ग्रेनेड मुहैया करवाया था। हैप्पी अभी पाकिस्तान में है और आइएसआइ के इशारे पर पंजाब में आतंक फैलाने की कोशिश में जुटा है।
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पूछताछ में बिक्रमजीत ने बताया कि 3 नवंबर को अवतार ने उसे बुलाया और अगले दिन सुबह एक असाइनमेंट पर चलने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने सुबह 4.30 बजे मजीठा-हरियान लिंक रोड पर लगभग एक किलोमीटर दूर एक शीशम (टाहली) के पेड़ के नीचे से एचजी-84 ग्र्रेनेड हासिल किया। इसे आधा फुट मिट्टी के नीचे दबाया गया था। कैप्टन ने दावा किया कि दूसरा आरोपी भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ब्लास्ट के बाद अवतार के घर बदला हुलिया
घटना को अंजाम देने के बाद दोनों हमलावर अवतार के घर चक मिश्री खां गए। जहां अवतार ने बिक्रम से पिस्तौल वापस ले ली और हुलिया बदला। इसके बाद बिक्रम अपनी काले रंग की पल्सर मोटर साइकिल से अपने घर चला गया।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान
हमलावरों ने भले ही मुंह ढक कर रखा था, लेकिन घटना के बाद भागते समय उनका चेहरा व मोटरसाइकिल सीसीटीवी फुटेज की जद में आ गया था। इसी फुटेज के जरिये पुलिस हमलावरों तक पहुंची।