दूबे जैसे लोगों को शरण देने वाले नेता पकड़े जाएं: प्रो. लक्ष्मीकांता
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि जब तक विकास दूबे जिदा था उसकी अरबों की संपत्ति खड़ी होती गई।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि जब तक विकास दूबे जिदा था, उसकी अरबों की संपत्ति खड़ी होती गई। दर्जनों मकान, प्लॉट, फ्लैट बनते गए, तब तो उत्तर प्रदेश पुलिस को कुछ दिखाई दिया नहीं। न ही सीआइडी को, न ईडी को, न किसी केंद्रीय गुप्तचर एजेंसी को।
उन्होंने कहा कि अब विकास दूबे के मरने के बाद एकदम बिकरू कानपुर से लेकर दुबई व थाइलैंड तक नई ऐनक से सरकार को दिखाई देने लग गया है। जब यही विकास दूबे व इसके जैसे अन्य लोग नेताओं के साथ-साथ घूमते हैं तब तो सरकार व प्रशासन खामोश रहता है। इसका सीधा अर्थ यही है कि राजनीति ने इतना दबा रखा है कि सरकारी अधिकारी चाहे अनचाहे इन लोगों की मदद करते हैं या अपराध देखकर भी खामोश रहते हैं। अच्छा तो यह रहेगा कि किसी भी सरकारी अधिकारी कर्मचारी को दंड देने से पहले उन नेताओं को पकड़ा जाए। अब तो सरकार की यह हालत है कि सांप तो निकल गया है, लकीर पीटने का काम उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन कर रहा है।