बैंक डकैती: न लुटेरे पकड़े गए, न पुलिस जारी कर पाई स्केच
पंजाब एंड सिध बैंक से 7.83 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस दूसरे दिन भी खाली हाथ है। न तो लुटेरे पकड़े गए हैं और न ही पुलिस उनके स्केच जारी कर पाई है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : पंजाब एंड सिध बैंक से 7.83 लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस दूसरे दिन भी खाली हाथ है। न तो लुटेरे पकड़े गए हैं और न ही पुलिस उनके स्केच जारी कर पाई है। हालाकि एसएसपी विक्रम दुग्गल ने दावा किया है कि सभी आरोपित ब्यास और खलचियां के आसपास के क्षेत्र के हैं। पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं जिसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया गया है और लुटेरों की गिरफ्तारी जल्द होगी। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि लूट से 15 मिनट पहले लुटेरों ने बैंक से पैसे निकलवाने के बहाने बैंक और आसपास के क्षेत्र की रेकी की थी। रेकी करने के बाद सुरक्षित माहौल का अनुमान लगाकर लुटेरे शनिवार दोपहर बैंक में घुसे और पिस्तौल के बल पर 7.83 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए।
बैंक गार्ड ने रोका था रेकी करने आया लुटेरा
पुलिस द्वारा की जा रही पूछताछ में पता चला कि शनिवार दोपहर पैसे निकलवाने के बहाने बैंक में पहुंचे एक युवक को बैंक के सुरक्षा गार्ड ने रोका था। गार्ड बख्शीश सिंह ने बैंक के बाहर बेवजह खड़े इस युवक को वहां से चले जाने के लिए कहा था। जिस पर आरोपित ने गार्ड से कहा कि वह पैसे निकलवाने के लिए यहां आया है। जब गार्ड ने उसे पासबुक लाने के लिए कहा तो वह वहां से चला गया। इसके 15 मिनट बाद वही युवक अपने चार पांच साथियों के साथ कार में सवार होकर बैंक में पहुंचा। उनमें से एक ने पिस्तौल के बल पर गार्ड को बंधक बना लिया और अन्य ने बैंक मैनेजर राम नारायण, कैशियर के माथे पर पिस्तौल तान दी। फिर लुटेरों ने कैश काउंटर में रखे 7.83 लाख रुपये लूट लिए। इसी दौरान बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर को पहले तोड़ा गया और बाद में लुटेरे डीवीआर को अपने साथ लेकर फरार हो गए।
टोल प्लाजा से नहीं निकले लुटेरे
घटना के टोल प्लाजा पर की गई जांच में यह पता चला कि कार में सवार लुटेरे न तो जंडियाला गुरु टोल प्लाजा से होकर गुजरे और न ही ढिलवां टोल प्लाजा को पार कर पाई। इसके बाद पुलिस ने छज्जल वड़्डी और उसके आसपास स्थित गांवों को आने जाने वाले कई रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले हैं। इनमें पुलिस के हाथ क्या लगा यह तो नहीं बताया जा रहा लेकिन सीसटीवी खंगालने के बाद यह दावा जरूर किया जा रहा है कि लुटेरे ब्यास से लेकर खलचियां इलाके के आसपास के ही रहने वाले हैं और वारदात के बाद इसी क्षेत्र में छिपे हुए हैं।
रिकॉर्ड बुक से करवाई पहचान, दो संदिग्धों पर शक
पुलिस ने क्षेत्र में हुई लूट की पिछली घटनाओं को अंजाम देने वाले कुछ लुटेरों को लेकर तैयार की गई रिकार्ड बुक से बैंक मैनेजर राम नारायण और गार्ड बख्शीश सिंह से लुटेरों की पहचान करवाने का प्रयास भी किया। बैंक प्रबंधक द्वारा इनमें से दो संदिग्धों की पहचान की गई है।