टीबी अस्पताल की फार्मेसी भी बंद
इंसानी जीवन निगलने वाला कोरोना वायरस अब स्वास्थ्य सेवाओं पर अवरोध खड़ा कर रहा है।
नितिन धीमान, अमृतसर
इंसानी जीवन निगलने वाला कोरोना वायरस अब स्वास्थ्य सेवाओं पर अवरोध खड़ा कर रहा है। सरकारी टीबी अस्पताल में एक फार्मासिस्ट की कोरोना संक्रमण से मौत और दो अन्य फार्मासिस्टों के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट होने के बाद यहां स्थित फॉर्मेसी को अनिश्चितकाल के बंद कर दिया गया है। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के खिलाफ नोडल अफसरों की एक फौजी खड़ी की है। यह फौज कोरोना वायरस की हर चाल पर नजर रखेगी।
दरअसल, जनरल ओपीडी की फॉर्मेसी बंद कर दी गई है। इससे यहां आने वाले मरीजों को दवाएं नहीं मिल पाएंगी। मरीजों को निजी मेडिकल स्टोर्स की ओर रुख करना होगा। आश्चर्यजनक पहलू यह है कि सिविल अस्पताल की तरह ही टीबी अस्पताल को भी सैनिटाइज्ड नहीं किया गया। सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. अरुण शर्मा की कोरेाना संक्रमण से मौत ने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर सवाल जड़ दिया है। टीबी अस्पताल व सिविल अस्पताल के डॉक्टर व स्टाफ खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि इन दोनों ही अस्पतालों में कोरोना वायरस बम बनकर बैठा है। ईएसआइ अस्पताल का आधा स्टाफ संक्रमित
ईएसआइ अस्पताल में भी आधा दर्जन स्टाफ कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट हो चुका है। स्टाफ को कोरोना से बचाने के लिए अब यहां फ्लू कॉर्नर सेंटर स्थापित कर दिया गया है। अस्पताल में आने वाले हर मरीज की फ्लू कॉर्नर में स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद ही उसे डॉक्टर के पास भेजा जाएगा। नोडल अफसरों की जिम्मेदारी व जवाबदेही तय
नाम पद जिम्मेदारी
डॉ. शरणजीत कौर सिद्धू डिप्टी डायरेक्टर डेंटल ग्रिवेंसेज पोर्टल, डाटा सेल सेंटर सुविधा केंद्र
डॉ. अमरजीत सिंह सहायक सिविल सर्जन कोरोना सैंपलिग
डॉ. इंद्र मोहन गुप्ता डिप्टी मेडिकल कमिश्नर आरआरटी टीम और सरकारी तथा गैर सरकारी पोर्टल, मैपिग एंबुलेंस, होटल क्वारंटाइन
डॉ. अमनदीप सिंह जिला स्वास्थ्य अधिकारी डेड बॉडी मैनेजमेंट, मोबाइल सैंपल कलेक्शन
डॉ. रबिदर सिंह सेठी जिला परिवार भलाई अधिकारी डेथ समरी एवं डेथ रिव्यू, निजी लैब, निजी अस्पतालों और क्वारंटाइन सेंटरों की निगरानी
डॉ. चरणजीत सिंह सिविल अस्पताल के एसएमओ आइडीएसपी लैब का सुपरविजन
डॉ. रविदर ईएसआइ अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर जिले भर की सैंपलिंग रिपोर्ट तैयार करना
डॉ. विनोद कौंडल जिला बीसीजी ऑफिसर आरआरटी टीम (नाइट) और रैपिड एंटीजन टेस्ट
डॉ. मदन मोहन जिला मलेरिया ऑफिसर आइडीएसपी लैब
डॉ. रमेश पाल सिंह जिला टीकाकरण अधिकारी डोर-टू-डोर सर्वे कंटेनमेंट और माइक्रोकंटेनमेंट जोन - इनके अलावा डॉ. रश्मि, डॉ. सुखपाल सिंह, डॉ. निर्मल सिंह, डॉ. देसराज, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. करन मेहरा, डॉ. राजेश भगत, डॉ. भारती धवन, डॉ. विनीत कौर, डॉ. नरिदर पाल सिंह, डॉ. सोफिया भगत, डॉ. ललित सिघानियां, डॉ. बेबिका महेंद्रू को भी कोरोना काल में महत्वपूर्ण जिम्मेवारियां सौंपी गई हैं।